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Tuesday, 27 September 2022

dhokha round d corner 2022 मूवी हिंदी में समझाया गया I बेस्ट क्राइम थ्रिलर मूवी

धोखा: राउंड डी कॉर्नर 2022 मूवी हिंदी में समझाया गया I बेस्ट क्राइम थ्रिलर मूवी

About :
धोखा : राउंड डी कॉर्नर एक आगामी भारतीय हिंदी भाषा की क्राइम थ्रिलर फिल्म है, जिसका निर्देशन कूकी गुलाटी ने किया है और टी-सीरीज द्वारा निर्मित है। इसमें आर. माधवन, अपारशक्ति खुराना, दर्शन कुमार और खुशाली कुमार हैं।

मूवी की स्टोरी:

दोस्त  इस  2022 में आई क्राइम तिलक मूवी धोखा राम डी कोर्नर का एक्सप्लेनेशन करने वाले हैं। इस मूवी को एमडी ऑपरेट पॉइंट 1210 की एक शानदार रेटिंग मिली है। साथ ही 90% गूगल यू जाने से पसंद भी किया है। मूवी की स्टोरी में एक औरत को एक टेररिस्ट हॉस्टेज बना लेते हैं,

मगर वो औरत एक। अजीब सी बिमारी के भी शिकार होती है जिसकी वजह से उस टेरेरिस्ट को भी प्रॉब्लम और ज्यादा बढ़ जाती है। मूवी की स्टार्टिंग में हम एक कपल यथार्थ चाची को देखते हैं। जो अपनी लाइफ में बहुत खुश रहते थे मगर लास्ट कुछ मंच से उनका रिश्ता बहुत कॉम्प्लिकेटेड हो गया था और सांयकाल से डिवोर्स लेना चाहती थी।


 वह उससे दूर जाना चाहती थी पर यह सब सुनने के बाद यथार्थ गुस्से में अपनी ऑफिस के लिए निकल जाता है। रास्ते में वो एक साइकेट्रिस्ट विद्या को कॉल करके अपनी प्रॉब्लम बताता है, तब विद्या उससे मिलने के लिए कहती है।

 ऑफिस पहुंचने के बाद यथार्थ के बॉस उसे बताते हैं कि उसे सिंगापुर क्लाइंट मीटिंग के लिए जाना होगा और यथार्थ इन हालातों में कहीं भी जाना नहीं चाहता था। तभी ऑफिस में न्यूस में आधार देखता है कि एक टेररिस्ट खगोल ने उसकी बिल्डिंग को हाइजैक कर लिया है और उसने उस बिल्डिंग के फ्लैट नंबर 302 को हाईजैक किया था। 


ये सब देखकर ए ताज घबराते हुए जल्दी से अपने घर पहुंचता है। जहाँ पे बहुत सारी पुलिस और मीडिया आई हुई थी, वहाँ पहुँचकर रहता था। एसीपी मालिक को बताता है कि क्रिस्टा गुलनेज इस फ्लैट को हाईजैक किया है। वो उसका ही फ्लैट हैं और उसमें उसकी वाइफ सांची और उसकी मीडिया सौदा रहते हैं।

 तब मलिक को बताता है कि उन्हें सिक्योरिटी गार्ड से पता चला है। जो उसकी में डे सौदा हाइजैक से कुछ देर पहले ही मार्केट गई थी और अब उसके फ्लैट में हर गोल के साथ उसकी तरफ बाइ थी है। उधर, गोल सांची को गनपॉइंट पर लेकर पानी लाने के लिए भेजता है। दरअसल को कुछ मंथ्स पहले ही एक बम ब्लास्ट में मलिक ने अरेस्ट किया था 


और वो आज दिन में जेल शिफ्टिंग के टाइम पर उनकी कैसे आजाद हो गया था? अब्दुल मलिक को अपनी डिमांड बताता है। वो उसके फ्रेंड जगराम को उसके पास लेकर आए और फिर वो अपनी फ्रेंड जगराम के साथ उनकी कार लेकर यहाँ से निकल जायेगा और अगर उन्होंने कोई भी चालाकी चलने की कोशिश की तो वो साची को मार देगा। 

उधर मीडिया गोल के बारे में तरह तरह की बातें अपने चैनल पर दिखाई जा रही होती है, जो उसे और ज्यादा इरिटेट कर रही थी। तभी से कहती है। कि वो अपना काम करने के बाद उसे मार दें क्योंकि उसे अपनी जिंदगी से बहुत से भी प्यार नहीं है क्योंकि उसका हस्बैंड यथार्थ तो उसे रोज़ ही मारता है।


 दूसरी तरफ यह दाद मालिक को बताता है कि उस के साथ उसकी जो वाइफ है, वो कोई नॉर्मल हाउस वाइफ नहीं है। वो डिविजनल डिसोर्डर से अफेक्टेड है वो भी ऐडवान्स स्टेज पर। यानी वो किसी भी झूठ को सच मान लेती है। और किसी भी सच को झूट उसे जो अच्छा लगता है वो उसी को सच मानकर बिहेव करने लगती है।

 वो पूरी तरह से मेंटली डिस्टर्ब पर्सन है या मलिक को बताता है की जैसे आज वो सुबह उससे डिवोर्स के लिए झगड़ने लगी। मगर आज तक उन दोनों के बीच कभी डिवोर्स की बात ही नहीं हुई थी। साथ ही वो बताता है कि सांची को लगता है कि उसकी साइकिल डॉक्टर विद्या से उसका अफेयर चल रहा है और उसी वजह से वो उससे डिवोर्स लेना चाहती है और उधर यही बात को बताती है

 कि आधार धन विद्या को अपनी गर्लफ्रेंड बनाया हुआ है और वो दोनों मिलकर सांची को पागल साबित करने के लिए लगे हुए हैं ताकि सांची को पागलखाने भेज कर वो उसका केयरटेकर बन चलाई और उसकी सारी प्रॉपर्टी उसे मिल जाए। यही रीज़न था जिसकी वजह से यथार्थ कांची को डिवोर्स देना नहीं चाहता था।


 यहाँ पर रहता तो सांची दोनों के अलग अलग पर्सपेक्टिव चल रहे होते हैं। अब हम दोनों में से सच कौन बोल रहा था, ये तो हमें आगे ही पता चल पाएगा। उधर सांची की मेंटल कंडीशन के बारे में जानकारी लेने के लिए मालिक विद्या को कॉल करता है और वो भी सा ची को मेंटली डिस्टर्ब बताती है।

 जिसके लिए वो उन्हें इस तरह की दवा भी दे रही होती है और अब यथार्थ को डर था कि अगर सचिन ए टाइम पर दबाव नहीं दी तो वह कुछ भी हरकत कर सकती है जो काफी डेंजरस भी हो सकती है।

 तभी वहाँ पर सांची की मीडिया सुविधा आ जाती है और वो भी मालिक को यही बताती है कि वो रहता और सांची की दवा को उसे बिना बताए चुपचाप खिलाया करते थे। क्योंकि अगर उसे पता चल जाता तो वो दवा खाने से मना कर देती थी। उधर इस केस की वजह से मिनिस्टर कमिश्नर पर प्रेशर बना रहे होते हैं की वो जल्दी से जल्दी अब्दुल को पकड़कर जेल में डाले क्योंकि मीडिया ने इस केस को लेकर काफी बवाल जो मचाया हुआ था!

 उसके बाद हॉल मालिक को अपनी एक और डिमांड बताता है कि उस कार के साथ ₹50,00,000 कैश भी चाहिए और इसके लिए वो सिर्फ 2 घंटे का टाइम देता है और इसीलिए आप मालिक के पास की कॉल आती और वो बताते हैं कि ऊपर से इस केस को लेकर बहुत प्रेसर है। अगर उन्होंने 2 घंटे में कोई भी पॉज़िटिव रिस्पॉन्स नहीं दिया तो ये केस एनएसजी को टेकओवर कर दिया जाएगा और उसके बाद वो कुछ भी नहीं कर पाएंगे। उधर साची अपनी प्यार भरी बातों से अंगुल को इंप्रेस करने की कोशिश कर रही होती है और यथार्थ कॉल करके उनसे बात करता है 

की वो सच्ची को उसकी दवाई खिला दे जो कि बाथरूम में स्विच बोर्ड के अंदर एक बोतल में रखी हुई है। और उन्हें दवा उसे चुपके से खिलानी होगी। अगर उसने दवा नहीं खायी तो वो कुछ भी गलत कर सकती है जो हम सबके लिए प्रॉब्लम खड़ी कर देगी और यह बात सुनकर सांचे से कहती है की उसका हसबंड उससे वो दवा देकर पागल बनाना चाहता है,


 क्योंकि उस दवा को लेने के बाद वह पागलों जैसी हरकतें करने लगती है और अगर उसकी कोई भी बात सुने बिना उसे चाय बनाने के लिए कहता है। उधर से जिब्रान के बारे में पूछता है। अब मालिक बताता है कि जब राहुल का साथ ही था, मगर इस टाइम पर वो फरार है। 

उसके बाद खालसा ची की कंडिशन के बारे में मालिक को बताता है कि एक बात वो सच्ची और विद्या साथ में बातें कर रही थी, जहाँ पर विद्या ने यथार्थ की थोड़ी तारीफ कर दी थी और यह सुनकर साची क्रेजी करने लगी। तो कहने लगी तुम दोनों का अफेयर चल रहा है और उसने ऐन घर में आकर वृद्धा को चोट भी पहुंचा दी थी। दूसरी तरफ इसी इंसिडेंट के बारे में साची को कुछ और ही बताती हैं। 

वो बताती हैं कि एक बार जब वो मार्केट से अचानक घर पर आई थी तो उसने अपने बेडरूम में विद्या औरत को एक साथ देख लिया था, जिसकी वजह से उसने गुस्से में विद्या को चोट भी मार दी थी। और अब भगोल अपनी कहानी सच्ची को बताता है कि वो अपने गांव से अपने चाचा के साथ मुंबई आया ताकि वो यहाँ पर काम करके कुछ पैसे कमा सकें। 

वहाँ पर उसके चाचा ने कुछ लड़कों के साथ उसे रूम दिलवा दिया था और उसे पार्सल डेलिवरी का काम भी मिल गया था। हमेशा की तरह एक तरह गोल एक पार्सल को लेकर बोस्टल में आया और वहाँ उसे डिलिवर करके चला गया। बाद में उसे पता चला कि उस पार्सल में बम था, जिसकी वजह से उस बॉस हॉस्टल में 13 लड़कों की जान चली गई थी और उसी की वजह से पुलिस ने अब्दुल को अरेस्ट कर लिया था। 

जहाँ पर पुलिस ने उसे मार मार कर कॉन्फ्रेन्स कराया था कि उसने ही वो बम ब्लास्ट जानबूझकर किया था, जबकि उसने गलती उसके चाचा की थी। उसे तो पता भी नहीं था कि उस पार्सल में क्या था। अब इसी को मालिक कुछ अलग तरह से एक को बताता है। उसके अकॉर्डिंग गुल पाकिस्तान से ट्रेंड होकर मुंबई आया था और वहाँ पर बम बनाने का काम किया करता था।

 1 दिन मौका पाकर उसने खुद के ही बॉम्ब औस हॉस्टल में छोड़ दिया जिससे वहाँ पर तेरे मासूम बच्चों की मौत हो गई और तब वहाँ के सिक्योरिटी गार्ड की हेल्प तो उन्होंने अंगुल को पकड़ पाया था। कोर्ट ने उसे फांसी की सजा दी थी मगर वो जेल शिफ्टिंग करते टाइम उनकी केस से उनकी रिवॉल्वर लेकर भाग निकला था। उधर सांची के बहुत ही करीब आकर उसे यूज़ करने लगती है


 और बेचारा गुण भी उसके प्यार की नईया में डुबकियां मारने लगता है। उधर एक चमन  रिपोर्टर टीवी पर बैठकर फालतू में चिल्ला रहा होता है, के पूछता है भारत? सोचता हूँ मैं दूसरी तरफ सांची और आगे इतने करीब आ जाते हैं के साची यह गोल के साथ उसके गांव जाने के लिए रेडी हो जाती है और हम गोल भी उसके प्यार में पागल होकर उसे अपने साथ ले जाने के लिए रेडी होता है। वहाँ सांचे अगल से कहती हैं कि वो खाली रिवॉल्वर को उसके सर पर रखकर उसे नीचे ले चलें और फिर वहाँ से वो उसकी कार लेकर निकल जाएंगे।

 खगोल को सांची पर भरोसा था तो वो ऐसा ही करता है। मगर नीचे आने के बाद सांची उसे धोखा दे देती है और पुलिस से कहने लगतीं है कि इसके रिवॉल्वर में बुलेट्स नहीं है और वह उसे धक्का मारकर वहाँ से भागने की कोशिश करती है, पर गोलों से भागने नहीं देता और दोबारा से ऊपर फ्लैट में ले आता है जहाँ पर अगल को आप पर बहुत गुस्सा आता है। उधर पुलिस कुछ भी नहीं कर पा रही होती है।


 इसीलिए मालिक के बीच आर्ग्यूमेंट हो जाता है क्योंकि वो सांची की सेफ्टी को लेकर बहुत परेशान था। ऊपर साँची का बिहेव्यर है अब एक दम से चैन हो चुका होता है। वो राहुल से कहने लगतीं हैं की वो कौन है और उसके घर में क्या कर रहा है? वो ऐसे बिहेव कर रही थी कि इससे पहले जो भी कुछ उसके साथ हुआ था। 

मुझे याद ही नहीं था उसके इस पागलपन को देखकर अगर उसे एक चेर पर हाथ बांधकर बैठा देता, नीचे अर्थात मालिक को एक शॉकिंग बात बताता है कि संचिका किसी के साथ अफेयर चल रहा है और वो उसके साथ ही यूके भागने वाली थी, पर यथार्थ को ये नहीं पता था कि वो पर्सन कौन था? उधर सांची के इस बिहेव्यर को देखकर राहुल को याद आता है। ये सब यथार्थ के द्वारा बताई गई दवा की वजह से ही हो रहा है। क्योंकि जब साची चाय बनाकर लाई थी, तब उसने उसकी दवा को उसकी चाय में डाल दिया और अब हम कुछ समझ गया था कि सच में वो दवा साची को पागल बनाने के लिए ही थी। गुलाबो सारी बातें सांची के सामने रिपीट करता है, जो उसने गोल को बताई थी। पर सांची को कुछ भी याद नहीं आ रहा होता है। 

इसीलिए बगुल खुद पागल सा हो रहा होता है और वो मालिक को वहन करता है कि 1 घंटे में अगर साँची का हस्बैंड पैसे लेकर उसके पास नहीं आया तो वो सांची को मार देगा। यह सुनकर यथार्थ मालिक से कहता है कि वो कहीं से भी पैसे के जुगाड़ करके 1 घंटे के अंदर आ जाएगा। तब तक वो यहाँ पर संभाल ले और उसके लिए था तो अपने ऑफिस से और कुछ फ्रेंड्स से पैसे उधार ले लेता है। 

और इस तरह कई सारी जगहों से वो 50,00,000 रुपयों को अरएन्ज कर लेता है और पुलिस भी कॉनवर्ट ऑपरेशन करने के लिए अपनी टीम को रेडी कर लेती है। तभी उधर सांची नॉर्मल हो जाती है और उसे पहले की सारी बातें याद आ जाती है। वो फिर से अव्वल से प्यार से बात करने लगती हैं जहाँ पर एक बार फिर से वो दोनों एक दूसरे के करीब आने लगते हैं। पर अबुल को लगता है। 


कि कहीं फिर से तो सांची कोई चालाकी नहीं चल रही है तो वो उससे दूर हो जाता है। तब सांस ही कहती है के सारे मर्द एक जैसे ही होते हैं, कभी औरत की ख्वाहिशों को पूरा ही नहीं कर सकते हैं। वहाँ पर वो अपने उस लबर के बारे में भी बात करती है जिसके साथ वो यूके जाने वाली थी। मगर अब वो कहती हैं कि जब उसे वो मिलके आये तो वो उसके साथ ही यहाँ से जाये की और फिर से अंगुल का दिल पिघल जाता है और वो उसे अपने साथ ले जाने के लिए रेडी हो जाता है। 

साथ ही वो सांची को लेकर बाथरूम में आता है जहाँ पर वो सांची को यथार्थ के द्वारा छुपाई गई उसकी दबाव को दिखाता है और उसके सामने उस दवा को फ्लश कर देता है ताकि उसे उस पर यकीन हो जाये और यह सब देखकर सचिव को गले लगा लेती है। अब वो भी उसके साथ जाना चाहती थी। क्योंकि उसे गुल की नजरों में सच्चा प्यार देख रहा था और तभी नीचे पैसों का बैग लेकर आ जाता है।


 पुलिस उसे ऊपर अकेले बैग के साथ भेज दिया जहाँ पर अचानक से कुछ गोलियां चलने की आवाज आती और मालिक अपनी टीम के साथ तुरंत ऊपर पहुँचते हैं जहाँ पर वो देखते है क्या? गुल के हाथ में रिवॉल्वर लगी हुई है और उसके सामने साची मरी हुई पड़ी है। यह देखकर पुलिस अब उनको पकड़ लेती है। 

वो चिल्लाता रहता है कि उसने सांची को नहीं मारा है और मालिक उसे अरेस्ट कर लेता है और नेक्स्ट कोर्ट की सुनवाई में अदालत अपना पक्ष रखता है की जब वो ऊपर पैसों की बैग के साथ पहुंचा था तो वहाँ पर सांची ने उससे कहा था कि वो उसे यहाँ से ले चली गई और यह बात सुनकर अगल साँची से कहने लगा था। जब उसके साथ जाने वाली थी, अब फिर से वह उसे धोखा कैसे दे सकती है? 


और फिर गुस्से में आकर अंगुल ने सारी गोलियां सांची के ऊपर चला दी, जिससे उसकी मौत हो गई। पर गोल अपने पक्ष में बताता है कि यथार्थ साची को पागल बनाने की दवा देता था और इसीलिए सांची को अब उससे प्यार हो गया था और वो दोनों वहाँ से निकलने वाले थे।

 और जब तू पर गया था तो इतने साची को गालियां देना शुरू कर दिया था, जिससे गुस्से में सांची ने अगल से यथार्थ को मारने के लिए कहा था, पर यथार्थ ने अब्दुल को बातों में फंसाकर उसके पास आकर उसके हाथों से ही जबरदस्ती साची पर गोलियां चलवा दी, जिससे उसकी मौत हो गई। पर इसके बाद मालिक कोर्ट को बताते हैं क्या गोल झूठ बोल रहा है?


 जब उन्होंने उसे अरेस्ट किया था, तब वो इसी तरह की मनगढ़ंत बातें किया करता था। वो खुद से ही स्टोरी बना लेता था और जब उन्होंने उस का टेस्ट करवाया तो उन्हें पता चला कि उसकी मेंटल कंडीशन ठीक नहीं है। यह सब सुनने के बाद कोर्ट अगल को पिछले 13 मर्डर और सांची के मर्डर के साथ फांसी की सजा दे देता है, पर उससे पहले उसे एक अच्छे मेंटल हॉस्पिटल में अडमिट कराने के लिए कहा जाता है। 

और अब हमने पूरी स्टोरी का प्लॉट पता चलता है, जो यह था कि सांची और अंगुल ने जो कुछ भी कहा था, वो अब तक सब कुछ संस्था यथार्थ विद्या का अफेयर चल रहा था और वो पैसों के लिए साची को पागल बनाने के लिए वो दबा देते थे। साथ ही इस गैंग में एक और खिलाड़ी था, वो था एसीपी मालिक। घर से कुछ टाइम पहले पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए। साँची पुलिस स्टेशन आई थी जहाँ पर उसकी मुलाकात एसीपी मालिक से हुई थी और उसके बाद उन दोनों के बीच चैटिंग होने लगी और वो चैटिंग कब बेडरूम तक पहुँच गई पता ही नहीं चला।


 एक बार सांची ने मालिक से अपनी जॉब और फैमिली को छोड़ कर उसके साथी को चलने के लिए कहा और जब इसके लिए मालिक ने मना किया तो वह उसे थ्रेड करने लगी। और सच्ची का वो बॉयफ्रेंड जिसके साथ वो यूके जाने वाली थी, वो मालिक ही था खुद को सच इसे बचाने के लिए मालिक ने ये सब प्लैन किया था। उसने जेल सेटिंग के टाइम हंगुल की फांसी रुकवाने के लिए की जिसमें अंगुल को सांची के घर जाकर उसे मारना था और बदले में मालिक उसे मेंटल प्रूफ करके फांसी से चढ़ने से रुकवा सकता था, पर अगल साँची से प्यार है।

 पर बैठा था और उसे मार नहीं पाया था। वो तो यथार्थ ने उसे मार दिया था वरना गुल तो उसके साथ अपनी लैब गुजारना चाहता था और इनके लास्ट गुल पागलों की तरह इमेजिनेशन में सांची को अपने पास मौजूद करके उससे बातें कर के ज़ोर ज़ोर से हंसने लगता है और इसी के साथ इस मूवी की भी एंडिंग हो जाती है। 

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