mirzapur season 3 : || 2022 सुपरहिट मूवी || पूरी मूवी की स्टोरी हिंदी मैं बेस्ट मिस्ट्री थ्रिलर मूवी - Moviegyaan | Movie reviews, News, Hollywood, Bollywood, Webseries.

Tuesday, 27 September 2022

mirzapur season 3 : || 2022 सुपरहिट मूवी || पूरी मूवी की स्टोरी हिंदी मैं बेस्ट मिस्ट्री थ्रिलर मूवी


मिर्जापुर सीज़न 3 : पूरी मूवी की स्टोरी हिंदी मैं बेस्ट मिस्ट्री थ्रिलर मूवी




 About:
क्राइम थ्रिलर मिर्जापुर मोस्‍ट अवेटेड सीरीज में से एक है, जिसका फैन्स काफी समय से इंतजार कर चुके हैं. है. अरशद वारसी, बरुन सोबती, रिद्धि डोगरा, अनुप्रिया गोयनका, अमेय वाध  

मूवी की स्टोरी :

उत्तरी स्टोरी प्रोटेक्शन फ़्रेंच कहानी के जीस मोड़ पर मिर्जापुर सीज़न को खत्म हुआ। उसने नए सीज़न के लिए प्लॉट तैयार कर दिया। राइटर ने बड़ा स्मार्ट मूव खेला है।

 अगर राइटर चाहता है तो शरद के हाथों कालीन भैया और गुड्डू को मरवा के ये सीरीज यहीं समाप्त कर सकता है। पर शरद का कालीन भैया को मारने की बजाय उन्हें बचा लेना। और गुड्डू का न मारना इतना काफी है। एक कहानी को बहुत आगे ले जाने के लिए। 

यानी ये तो कन्फर्म है कि अगले कुछ महीनों में हम इस सीज़न थ्री देखने को मिल सकता है। अब सवाल है की कहानी कौन सा करवट लेगी? सबसे पहले बात करते हैं कालीन भैया और गुड्डू की। इन दोनों की कहानी ठीक उल्टी होने वाली है जो सीज़न टू में थी।

 यानी गुड्डू मिर्जापुर की गद्दी को बचाता दिखेगा। वो ये सब बबलू पंडित के मान सम्मान के लिए करेगा। बाद में भले ही वह अपनी मर्जी से श्रद्धांजलि के तौर पर बिना के बेटे को ये गद्दी सौंप दे पर कालीन भैया के हाथों में कभी नहीं जाने देगा। इसके ठीक उलट कालीन भैया मिर्जापुर को हथियाने की कोशिश करते दिखेंगे। 

यानी वही काम जो अब तक गुड्डू नहीं किया। अब ये बड़ा इंट्रेस्टिंग होगा क्योंकि अब तक तो उनके पास गद्दी थी। फैसले लेने आसान थी। किसी को भी अपनी चालू के जाल में फंसा लेते थे, पर अब तो उनके पास पावर ही नहीं है। ऐसे में वह अपनी चाल ई कैसे चलेंगे? ये बड़े गौर करने वाली बात हो रही है।

 इन सब में शरद शुक्ला का क्या रोल होगा? वेल शरद का सबसे बड़ा रोल होगा कालीन भैया के साथ उसकी और उसकी माँ की। यही तो चाहत थी कि उन्हें मिर्जापुर चाहिए। तुने कालीन भैया तो मिल गए पर उन्हें मारकर उनको कुछ मिलनेवाला नहीं। 

वैसे भी कालीन भैया से उनकी खानदानी दुश्मनी थी, पर वास्तव में उसके पिता प्रति शंकर शुक्ला का कतल अँ गुड्डू और उसके भाई के हाथों हुआ था। ऐसे में शरद और उसकी माँ का प्राइम मोटो होगा। गुड्डू को मारकर रती शंकर शुक्ला की मौत का बदला लेना। 

और मिर्जापुर को अपनी मुट्ठी में करना। यानी प्लैन्टिंग ये होगी कि गुड्डू को खत्म करने तक वो कालीन भैया के साथ होगा और ये काम होते ही वो कालीन भैया का राइवल बन जाएगा। इन सब में माधुरी का क्या रोल रहने वाला है? वेल माधुरी के लिए कालीन भैया के प्रति कोई अच्छी फीलिंग है नहीं।
 

इसकी वजह है जब उसके पिता की डेथ हुई तब उसने कालीन भैया और जेपी यादव की बातों को सुन लिया था। कालीन भैया का जेपी यादव से ये कहना हमको उनकी मौत का कोई दुख नहीं है। दुख है तो अपने हुए नुकसान का। जब माधुरी ने इन सब बातों को सुना था तभी उसने अगेन्स्ट अपने मन में दुश्मनी पाल ली थी और अब वो भी कालीन भैया के खिलाफ़ बगावत करने वाली है। इसके साथ ही गुड्डू जिसने उसके पति को मारा उसे दूसरी बार विधवा बनाया।

 गुड्डू के लिए अच्छे रिश्ते नहीं रखने वाली हाँ वो गुड्डू का इस्तेमाल जरूर करेगी। कालीन भैया और जेपी यादव के खिलाफ़ वो अच्छी खासी अवसरवादी है। उसे एक उन अपने पिता से विरासत में मिली है। अब वो भावनाओं से ऊपर उठ चुकी है। 

उसकी फीलिंग सिर्फ अपने पिता के लिए थीं। इसके अलावा सिर्फ अपनी पावर बचाने के लिए लोगों का इस्तेमाल करते दिखेगी। अब बात मकबूल की। इस कहानी में मकबूल का कैरेक्टर बड़े ही संजीदगी से लिखा गया था। एक वफादार जब बगावत पर आता है तब वो क्या क्या कर सकता है? अभी हमने पूरा देखा नहीं है। 

बाबूजी को मारना तो बस एक ट्रेलर था पर वास्तव में अभी भी कालीन भईया में है। क्षमता है अपने बिज़नेस को फिर से इस्टैब्लिश करने का पर मकबूल इसमें रोड़ा बनेगा। जो कालीन भैया के बिज़नेस की सारी खबरें रखता है वो गुड्डू के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकता है। गुड्डू और गोलू उसका अच्छा खासा इस्तेमाल कर सकते हैं। 


पर अब तक राइडर ने जैसे ट्विस्ट और टर्न्स डाले हैं, कहानी में उससे तो यही लगता है कि वो मकबूल को फिर से कालीन भैया का वफादार बनाएगा। होगा कुछ यूं की कालीन भैया अपने शातिर दिमाग का इस्तेमाल करेंगे और उसकी माँ और बाबर को मारने का इल्ज़ाम मुन्ना पर डाल देंगे जो कि सच भी है और कहेंगे जो हुआ सो हुआ अब हमारे साथ आ जाओ। 

मुन्ना नहीं है, तुम्हारा बदला पूरा हो चुका है। अब तुम अपनी वफादारी निभाओ और मकबूल फिर से कालीन भैया के साथ हो लेंगे। इन सबमें का क्या रोल रहने वाला है? की महत्वाकांक्षी सपना है और वो ये है की उसका बेटा मिर्जापुर की गद्दी पर बैठे पर वो किसी पे भरोसा करती नहीं है। उसे हमेशा डर रहेगा। 

कहीं गुड्डू और गोलू के हाथों मिर्जापुर को गवाह न दें। ऐसे में वो साजिश करती दिखेगी। मिर्जापुर को अपने कंट्रोल में रखने के लिए अब बात करते हैं दद्दू त्यागी और उसकी फैमिली की। के रिश्ते गुड्डू से कुछ खास अच्छे रहे नहीं है। स्कूल उसे कुछ खास अच्छे रहे नहीं है। शुरू में तो इसकी वजह नहीं थी पर अब दत्तू त्यागी के पास बड़ी वजह हैं। 

गुड्डू और खासकर गोलू के अगेंस्ट जाने की इसकी वजह है। परिवार उजड़ गया। उनका एक बेटा मरा पर राइटर ने ट्विस्ट खेला है। शुरू में ऐसा लगा की छोटी त्यागी भरा है। ऑपरैंड के सीन में ये साफ हो गया है की जो मरा है वो बड़े त्यागी है। ये बात जल्दी ही डिस्क्लोस हो जाएगी। तंतु त्यागी के सामने ऐसे में उनकी बहु जो विधवा का जीवन जिएगी ये बात दू त्यागी को प्रोमोट करेगी।

 
गुड्डू और गोलू से दुश्मनी करने की आगे चलकर त्यागी बहुत ही शातिर और खतरनाक कैरेक्टर बनने वाला है। वो काली मैया से हाथ मिलाता दिखेगा त्यागी का क्या होगा? वेल? पॉसिबिलिटी ये है कि गोलू अब छोटे त्यागी के लिए वाकई में फीलिंग्स रखने लगे। कुछ मुलाकातों में वो छोटे को कन्विंस कर लेगी कि वो वाकई में उससे प्यार करती है। ऐसे में वो भी गुड्डू से हाथ मिलाता दिखेगा। यानी दत्तू और छोटे के बीच भी क्लैश होते दिखेंगे। इन सब में पंडित जी का क्या रोल रहने वाला है? वेल पंडित जी ने अपने उसूलों से परे हटकर लिया।

 वो भी गुड्डू के लिए नरम पड़ते दिखे। आखिरकार सिस्टम ने उन्हें हरा ही दिया। वे सब कुछ सिस्टमैटिक्ली करना चाहते थे। मुन्ना कालीन भैया और साथ में गुड्डू को भी जेल की सलाखों के पीछे डालना चाहते थे। पर जब कानून का रखवाला ही कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश करने लगे तब वाला वो क्या कर सकते थे? पर गोली चलानी पड़ी और अपने उसूलों के खिलाफ़ गुड्डू को जाने देना पड़ा। नेक्स्ट सीज़न में हमें वो जेल की सलाखों में सजा काटते दिख सकते हैं।

 एक पुलिस को मारने की जरूरत है। ऐसे में उनका रोल सपोर्ट भी रहने वाला है। इस सीज़न में हमें एक नया और इंट्रेस्टिंग कैरेक्टर है, जिसे ऑडियंस ने भी बड़ा पसंद किया था। वो था रोबिन का। ये तो कन्फर्म है की अब रॉबिन गुड्डू का जीजा बनने जा रहा है की इन्फॉर्मेशन पास ऑन की पंडित को, जिसकी वजह से वो पकड़ा गया पर गुड्डू उसे माफ़ कर देगा और इस तरह रॉबिन गुड्डू के लिए सपोर्टिव रोल निभाता दिखेगा। अब बात जेपी यादव की। सीज़न। पर फुल हो गया था पर एंड आते आते इससे बड़ा बेवकूफाना दिखाया गया और अचानक से गायब कर दिया।

 में उसकी अहमियत बढ़ने वाली है। होगा कुछ यूं की वो कालीन भैया से हाथ मिलाता दिखेगा। राजनीति में कोई दुश्मन नहीं होता और ना ही कोई दोस्त होता है। नहीं होते। लिहाजा जेपी यादव को भी कालीन भैया की जरूरत है। वापस फिर से अपने आप को खड़ा करने के लिए। सो ये दोनों हमें साथ में देख सकते हैं। 

एक कैरेक्टर और भी था जो सीज़न के एंड में अचानक से बड़ा इम्पोर्टेन्ट हो गया और वो था जरीना का। कैरेक्टर ने इम्पोर्टेन्ट रोल निभाया माधुरी देवी को सीएम की कुर्सी हथियाने में यानी वो माधुरी देवी खास रहने वाली है। इस सीज़न में शबनम एमपी को पालते हुए दिखेगी। नए सीज़न में हमें कुछ नए और इम्पोर्टेन्ट कैरेक्टर जुड़ते हुए दिखेंगे जो कहानी के एंगल और डाइमेंशन को चेंज करेंगे।

 अभी तक हमने मिर्जापुर, बलिया, लखनऊ, जौनपुर और बिहार के सीवान का जिक्र होते दिखा। इस कहानी में संभव है कि आसपास के इलाके में नली यूपी के पूर्वांचल के इलाके और उससे जुड़े बाहुबलियों का उदय होते दिखे। साथ में गोरखपुर का क्रिमिनल वल्र्ड भी देखने को मिल सकता है। 

सभी अपनी गद्दी को संभालने की जरूरत हद करते दिखेंगे। कुल मिलाजुलाकर ये कहानी क्रिमिनल्स आगा बनने वाली हैं फ़्रेंच ये थी संभावित कहानी मिर्जापुर सीज़न थ्री की अगर आपको कोई और पॉसिबिलिटी दिखती है तो उसे कमेंट्स में मेन्शन करें। 

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