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Wednesday, 28 September 2022

vikram vedha 2022 : || फुल मूवी || फिल्म की कहानी हिंदी में || ऋतिक विक्रम वेधा || विक्रम वेधा डुबीड थ्रिलर फिल्म हिंदी मैं

विक्रम वेधा 2022 :  || फुल मूवी || फिल्म की कहानी हिंदी में ||  ऋतिक विक्रम वेधा || विक्रम वेधा डुबीड थ्रिलर फिल्म हिंदी मैं 



About :

विक्रम वेधा (2022) 
कलाकार - आर. माधवन
विजय सेतुपति 
श्रद्धा श्रीनाथ 
कथिर 
वरलक्ष्मी सरथकुमार

एक गैर-बकवास पुलिस अधिकारी विक्रम, उसके साथी साइमन के साथ, एक तस्कर और एक हत्यारे वेधा को पकड़ने की तलाश में है। वेधा विक्रम के जीवन को बदलने की कोशिश करती है, जिससे संघर्ष होता है।

फिल्म एक नाटकीय, एक्शन थ्रिलर है। एक तरफ धर्मी सिपाही विक्रम है, जो अच्छे और बुरे के बीच स्पष्ट सीमांकन में विश्वास करता है और चीजों को स्पष्ट रूप से काले और सफेद के रूप में देखता है। उसे संतुलित करने के लिए, स्पेक्ट्रम के दूसरी तरफ रहस्यमय गैंगस्टर वेधा है, जो सांसारिक बुद्धिमान है और किसी भी चीज को सिर्फ साधारण श्वेत-श्याम नहीं मानता। फिल्म इन दो विचारधाराओं के बीच शक्तिशाली संघर्ष है, जिसका प्रतिनिधित्व दो पावरहाउस कलाकार माधवन और विजय सेतुपति ने किया है। फिल्म के अन्य पात्र जटिल कथानक का हिस्सा हैं !

मूवी की स्टोरी :

आज हम बात करेंगे एक ऐसी मूवी के बारे में जो हमारी बचपन के विक्रमादित्य और बेताल की कहानी से प्रेरित है। सही पकड़े हैं। आज हम बात करेंगे तमिल की ब्लॉकबस्टर सुपरहिट मूवी विक्रम वेदा के बारे में। इस मूवी को डायरेक्ट किया है।


 पुष्कर गायत्री और इस मूवी की रेटिंग है 8.3। इस मूवी की कास्टिंग की अगर बात की जाए तो इसमें हीरो का किरदार निभाया है। क्यूट आर माधवन यानी की विक्रम और इस मूवी के विलन हैं डैशिंग विजय सेतुपति। चलिए शुरू करते हैं की कहानी में क्या है? 

कहानी शुरू होती है विक्रम ऐंड टीम के एनकाउंटर सीन से, जहाँ विक्रम वेदा की खबर लिए पहुंचता है, जहाँ वो वेदा की कुछ गुंडों को मारता है साथ ही एक अनजान आदमी को मार कर एक झूठी कहानी क्रिएट कर देता है। आगे दिखाया जाता है कि विक्रम की शादी लॉयर प्रिया से होती है,

 जिसका किरदार निभाया है श्रद्धा ने। फिर दिखाया जाता है कि विक्रम कोवे दा के बारे में एक टिप मिलती है और विक्रम सब कुछ प्लैन करके बाहर निकलने ही वाला होता है कि वेदा सामने से खुद चलकर स्टेशन में सरेंडर करने आ जाता है।

 वहाँ और वेदा एक शर्त रखता है की वो विक्रम के अलावा किसी और से बात? नहीं करेगा। आखिरकार विक्रम और वेदा का इंटरोगेशन रूम में आमना सामना हो ही जाता है जहाँ वेदा के पहले कुछ शब्द होते है सर एक कहानी सुनाऊं और वो अपनी पहली कहानी सुनाता है।


 फ्लैशबैक में चेता नाम के ड्रग डीलर का माल चेक पोस्ट पर। भटक जाता है। उसका कोई भी आदमी उस माल को निकाल नहीं पाता, पर वेदा अपने इन्टेलिजेन्स से वो माल ले आता है और चेता उसे अपना राइट हैंड बना लेता है। वहीं साधु नाम का एक गैंगस्टर अपने आदमी रवि को बोलकर वेदा के छोटा भाई पुली के हाथ में। 

चोट करवा देता है। गर्म सरिए से वापस प्रसंद दिखाया जाता है और उस कहानी के अंत में वेदा विक्रम से पूछता है। कि सर, अगर आप मेरी जगह होते तो आप किसे मारते? साहू को? जिसने रवि को ऑर्डर दिया था या रवि को जिसने वो कांड किया? विक्रम कुछ देर सोचता है और फिर वो कहता है

 की मैं साहू को ही मारता क्योंकि रवि तो बस एक प्यादा है। असली फसाद की जड़ तो साहू है और तभी वेदा कहता है की यही मैंने भी किया था और इसीलिए मैंने जाहु को मार डाला। कुछ देर बाद वेदा की लॉयर। जो की कहानी में ट्विस्ट है वो है विक्रम की वाइफ प्रिया। वो आती है और ऐन्टी सिपेट रीबेल दिखाकर वेदा को वहाँ से छुड़वाकर ले जाती है, मगर जाते जाते वेदा ये कहकर जाता है की हम फिर से मिलेंगे।


 हताश होकर विक्रम अपने घर लौट जाता है और बाद में इसी बात पर सोचता रहता है। नहीं। तभी उसे याद आता है की जिंस अनजान आदमी को उसने एनकाउंटर में मारा था। उसके हाथ में भी वही निशान था, जो एक गर्म सरिए के लगने से हो सकता है और तभी उसे समझाता है कि शायद जिंस अनजान आदमी को उसने एनकाउंटर में मारा। 

वो पुली था यानी की वेदा का भाई। फिर उसे लगता है की शायद वेदा बदला लेने निकला है। और वो वेदा की तलाश में एक पुरानी फैक्टरी जा पहुंचता है जहाँ उसे साइमन जो की उसका बहुत ही जिगरी दोस्त और टीम में था और चंद्रा जो कि बाद की कहानी में पुली की गर्लफ्रेंड दिखाई जाती है। इन दोनों की लाश मिलती है। 

वो और तैश में आकर वेदा को ढूंढने लग जाता है और आखिरकार। वेदा उसके हाथ लग ही जाता है। वो उसे पकड़ कर एक सुनसान जंगल में ले जाता है जहाँ वेदा उसे फिर अपनी दूसरी कहानी सुनाता है। फ्लैशबैक में कहानी में वेदा का छोटा भाई पुली और चंद्रा उसे सगनिक छोड़ने के लिए कहते हैं और उसके पैसों को स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने की बात करते हैं।


 फिर दिखाया जाता है कि वेदा एक स्मगलिंग से बहुत सारा पैसा लेकर आता है और उसे अपने घर में रख देता है जिसके बारे में उसके भाई और उसकी गर्लफ्रेंड चंद्र दोनों को पता होता है। फिर अगले दिन पैसा और चंद्र दोनों गायब हो जाते हैं और घर के हालात देखकर ऐसा लगता है। की कुछ गुंडों ने, जिनसे वे दावों माल लेकर आया था, उन्होंने पैसा ले लिया है और चंद्रा को किडनैप कर लिया है।

 लेकिन बाद में पता चलता है कि चंद्रा गरीबी से तंग आकर पैसे चुराकर भाग जाती है। यही बात वो पुली को फ़ोन कर कहती हैं और पुली उसे वापस। पाने के लिए कन्विंस कर लेता है। जब चंद्रा पैसे लेकर वापस आती है तब वेदा वो पैसे ले जाकर चेता को लौटा देता है। मगर चेता ये कहता है की इतने साल धंधा करने के बाद अगर। 

नहीं नहीं, उस इंसान को छोड़ दिया जो मेरा पैसा चुराकर भाग जाता है तो मेरी इज्जत का क्या होगा? और वह यही बात कहकर वेदा को ये ऑर्डर देता है की वो चंद्रा को मार दे दैट टू प्रेज़ेंट तब वेदा विक्रम से पूछता है की सर अगर आप मेरी जगह होती तो आप क्या करते? क्या आप उस आदमी का साथ देते जिसके साथ आपने इतने सालों तक काम किया है या आप अपने भाई और उसकी गर्लफ्रेंड का साथ दे दे?


 विक्रम थोड़ी देर सोचने के बाद ये कहता है की मैं भी इमोशनली सोचता हूँ और मैं अपने भाई का ही साथ देता तब देता उसे कहता है। कि मैंने भी आपकी तरह ही सोचा और मैंने भी अपने भाई को चुना और मैंने अपने भाई और उसकी गर्लफ्रेंड चंद्रा को एक सेफ जगह पहुंचा दिया और चेंटा के खिलाफ़ खड़ा हो गया। इतना कहकर वेदा विक्रम को बेहोश करके वहाँ से चला जाता है। 

आगे विक्रम और छानबीन करके ये पता लगाता है कि पुली की खबर उसी जान बूझ के दी जाती है। और वो उस खबरी को ढूंढने लगता है जिसने ये खबर दी थी और उसे वेदा के गैंग के ब्लैक शिप के बारे में पता चलता है। उसी खबरी से आगे विक्रम को प्रिया की मदद से वेदा का पता चलता है

 और वो उसे ये बात बता देता है की पुल्ली की खबर उसे रवि ने दी थी और वेदा रवि को पुरानी फैक्टरी में ले जाता है। जब विक्रम भी उस पुरानी फैक्टरी में पहुंचता है तब भी वेदा उसे अपनी तीसरी कहानी सुनाता है। इस कहानी में फ्लैशबैक में वेदा पुली और चंद्रा के साथ मिलता है और वो उन्हें ये बताता है की वो जेठा और उसकी पूरी गैंग को खत्म करने वाला है और तभी रवि और गैंगमेन मन हो जाती है।


 रवि खबरी बन जाता है और वेदा के पूरे गैंग की खबर पुलिस को दे देता है और खास वेदा को मारने के लिए साइमन को सुपारी देता है पर वेदा साइमन से बच जाता है। फिर विक्रम उसी फैक्टरी में अपनी टीम से पूरी सिचुएशन डिस्कस करता है। पर जब वो पूरी सिचुएशन को नैनीताल से देखता है तब उसे समझ में आता है। 

की उसकी पूरी की पूरी टीम ही बिकी हुई थी। जब ऐसे पी कबूल करता है कि साइमन ने अपना मन बदल लिया था, इसलिए उन्होंने साइमन को मार डाला। फिर टीम वर्ष विक्रम के शूटआउट में वेदा विक्रम को बचा लेता है और दोनों मिलकर पूरी टीम को खत्म कर देते हैं। आखिर में विक्रम और वेदा एक दूसरे पे बंदूक ताने खड़े हैं और विक्रम सवाल करता है 

कि उसे वेदा को छोड़ देना चाहिए क्योंकि उसने उसकी जान बचाई या मार देना चाहिए क्योंकि वो एक क्रिमिनल है? इस सवाल पर मूवी यहीं खत्म हो जाती है और दोनों हंसने लग जाते हैं। मेरे हिसाब से विक्रम ने वेदा को छोड़ दिया होगा क्योंकि। 


एक उसने एक उसने उसकी जान बचाई एक उसने उसकी जान बचाई थी और दो क्योंकि जिंस एक उसने उसकी जान बचाई थी और दो क्योंकि जिंस भी आदमी को एक उसने उसकी जान बचाई थी और दो क्योंकि जिंस भी आदमी को वेदा ने मारा था वो गैंगस्टर एक उसने उसकी जान बचाई थी और दो क्योंकि जिंस भी आदमी को वेदा ने मारा थ

 वो गैंगस्टर था या तो एक उसने उसकी जान बचाई थी और दो क्योंकि जिंस भी आदमी को वेदा ने मारा था वो गैंगस्टर था या तो क्रिमिनल था और एक उसने उसकी जान बचाई थी और दो, क्योंकि जिंस भी आदमी को वेदा ने मारा था, 

वो गैंगस्टर था या तो क्रिमिनल था और विक्रम का हमेशा यही लॉजिक रहा है की वो किसी मासूम को नहीं मार सकता और इसीलिए शायद उसने ये सोचा होगा की वे दाने भी किसी मासूम को नहीं मारा। लेकिन विक्रम ने वेदा के मासूम भाई पुली को मारा था। कुछ भी हो सकता है।


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