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Sunday, 16 October 2022

code name tiranga movie 2022 || पूरी फिल्म कि रियल कहानी हिंदी में || thriller movie bollywood

code name tiranga movie 2022 || पूरी फिल्म कि रियल कहानी हिंदी में || thriller movie bollywood



About : 

इस मूवी में आपको लीड रोल में हार्डी संधु और परिणीति चोपडा देखने को मिलने वाली है। मूवी की स्टोरी में एक रॉ एजेंट एक टेररिस्ट को पकड़ने की कोशिश करती है, जिसके लिए उसे अपनी सबसे कीमती चीज़ को दांव पर लगाना पड़ता है। क्या थी वो कीमती चीज़ और क्या वो अपने मकसद में कामयाब हो पाती है? तो चलिए बिना किसी देरी के मूवीज़ शुरू करते हैं। 

मूवी कि स्टोरी :

मूवी की स्टार्टिंग में हम एक डॉक्टर जाली को काबुल, अफगानिस्तान में देख पाते हैं जो कि एक टर्की सर्जन होता है। पर वो यहाँ पर अपने किसी काम से आया हुआ था। तभी उसकी मुलाकात नाम की एक लड़की से होती है जो उसे बताती है कि वो पंजाब से आपकी फैमिली उसकी शादी जबरदस्ती करने वाले थे इसलिए वो भागकर यहाँ पर आ गए। अब कुछ दिनों तक वो लोग साथ में टाइम स्पेंड करने लगते हैं जिससे उनके बीच मोहब्बत हो जाती है और फिर 1 दिन मिर्जा इशरत से पूछ लेता है कि क्या वह उससे निकाह करेगी? और इशरत इसके लिए तुरंत अगरी भी हो जाती है इसलिए वो लोग निकाह कर लेते हैं। 

अब नाइट्स इन दो मंथ बाद का दिखाया जाता है। पर मिर्जा इशरत के साथ अपने एक फ्रेंड शहजाद की निकाह के पार्टी में आया हुआ होता है और वहाँ पर काफी होती क्योंकि उस पार्टी में आने वाला था जिसने इंडिया में 2001 में टेररिस्ट अटैक किया था और तभी से रॉस की तलाश में थी। अब यहाँ पर हमें यह भी पता चलता है कि एक रॉ एजेंट थी और उसका रियल नाम दुर्गासिंह था और उसने सारा प्लैन कुमार को पकड़ने के लिए ही रचा था। जब उसे पता चलता है हमारे इस पार्टी में आने वाला है तो वो अपने सीनियर एजेंट अजय बख्शी के साथ मिलकर रॉको खबर पहुंचा देती। जिसके बाद एक बैकअप टीम वहाँ पर आ जाती है। 

अब यहाँ पर दुर्गा को थोड़ा बहुत बुरा तो लग रहा था क्योंकि उसने इस मिशन को पूरा करने के लिए मिर्जा का यूज़ किया था और अगर ये बात मिर्जा को पता चल जाती तो उसे बहुत दुख होता पर क्योंकि देश के आगे उसे अपने प्यार को छुपाना ही था इसलिए वो अजय बख्शी के साथ मिलकर वहाँ के पार्टी को मारने लगती है और तभी वहाँ पर उमर अपने लोगों के साथ जिनके फेस कवर थे उसके बाद मौका पाकर दुर्गा की टीम वापस शूट आउट करना स्टार्ट कर देती। जिसमें गोली लगने से शहजाद की मौत हो जाती और मिर्जा दुर्गा को मार के पीछे जाते हुए देख लेता और उसके बाद वह उसका पीछा करता है जहाँ वो दुर्गा को शूटआउट करते हुए देखकर बहुत दुखी हो जाता है। 

पर तभी दुर्गा को पता चलता है। जब वो जिसका पीछा कर रही थी वो मार नहीं था, वो मार्को कैसे भी इस न्यूज़ के बारे में पता चल गया था इसलिए वो यहाँ पर आया ही नहीं था पर इसकी वजह से अब दुर्गा मिर्जा से दूर हो जाती है। अब रॉ ऑफिस का दिखाया जाता है जहाँ पर जॉइंट सेक्रेटरी अंतोष गोयल को पता चलता है कि कुमार को इन्फॉर्मेशन उनके ही एजेंट अजय बख्शी ने दी थी और इस टाइम पर वो एक पाकिस्तानी एजेंट हक्कानी से मिलने गया हुआ है। 

इसलिए हम तो उसने बक्शी के पीछे वो तो एजेंट लगा रखे थे जहाँ पर बक्शी को आसानी से एक बहुत ही इम्पोर्टेन्ट इन्फॉर्मेशन पता चलती है और जब बच्ची वहाँ से बाहर निकलता है तो मार के लोग आकर उसे पकड़ लेते हैं और हक्कानी को मार देते है और बच्ची को बचाने के लिए जब हम तो उसके एजेंट वहाँ पर आते हैं तो उम्र के लोग उन्हें भी बक्शी के साथ पकड़कर उम्र के पास ले आते हैं, जहाँ पर उन दोनों एजेंट को बक्शी के सामने ही मार देता है। वहाँ पर बक्शी कुमार से कहता है की वो आप रॉ के लिए काम नहीं करता है, वो उसके बहुत काम आ सकता है और तभी मार के पास आईएसआई के सेक्रेटरी खान की कॉल आती और वो मार से डील करते हैं कि वो बक्शी को उन्हें सौंप दें और इसके बदले में वो उसे बहुत सारे पैसे दे देंगे। 

अब क्योंकि से ज्यादा कोई फायदा नहीं था तो वह मानने के लिए एग्री हो जाता है और नेक्स्ट उसके घर आने को कहता। उधर हम तो उस अपने सीनियर को बताते हैं कि उसकी इन्फॉर्मेशन से उन्हें पता चला है। गद्दारी कर दी है और पैसों के लिए वो उम्र से जाकर मिल गया है और अब उसे अपने कब्जे में लेने वाली है। अगर ये साइंस में कामयाब हो गई तो इससे उनके देश की बहुत होगी और बक्शी के पास रॉकी कई सारे इम्पोर्टेन्ट इन्फॉर्मेशन भी थी। 

इसलिए वो बक्शी को एलिमिनेट करने का फैसला लेते हैं यानी उसे उम्रकैद में ही मारने का प्लान बनाते है और इसके लिए वो अपनी बेस्ट दुर्गा को अप्पोइंट करते हैं। वो दुर्गा को टर्की जाकर उनको एलिमिनेट करने के ऑर्डर्स देते हैं क्योंकि इस टाइम टर्की में ही छुपा हुआ था और उसके ही घर पर बक्सी भी किया था। और इस टाइम पर दुर्गा जॉर्डन में एक हेन्डलर का पीछा कर रही होती है क्योंकि उसे इन्फॉर्मेशन मिली थी कि उस हैंडलर के पास उम्र के अगेन्स्ट कुछ इन्फॉर्मेशन है। 

वो वहाँ पर एक घर में छुपा हुआ होता है और जब दुर्गा वहाँ पर पहुंचती है तो वो वहाँ से भागने लगता है और पीछा करते टाइम वो सैंडल की एक कार से टकराकर मौत हो जाती है। इसलिए वापस आकर उस फैमिली से उसके बारे में पूछती है जहाँ पर वो दुर्गा से तरफ इतना कहते हैं कि उन्होंने उसका सिर्फ इलाज किया था पर वहाँ पर दुर्गा को का मोबाइल फ़ोन मिल जाता है और दुर्गा उसके लिए ही वहाँ पर आई हुई होती है पर वो लॉक होता है इसलिए दुर्गा उसे अपने पास रख लेती है। 

अब मैक्सिम तरकी का दिखाया जाता है जहाँ पर पहुँचकर दुर्गा को एक रॉ एजेंट कभी मिलता है जो कई सालों से टंकी में रॉ के लिए काम कर रहा था। तो दुर्गा को मार के बंगलों के बाहर लेकर जाता है और उसे वहाँ की सिक्योरिटी के बारे में जानकारी देता है। साथ ही उनका प्लैन होता है। मारिया को उर्दू सिखाने के लिए एक फीमेल टीचर आती है इसलिए कैसे भी करके उसे वो फीमेल टीचर बनकर अंदर एंटर करना होगा और उनकी इन्फॉर्मेशन के अकॉर्डिंग कुमार ने बकरी को बेसमेंट में कैद करके रखा हुआ इसलिए दुर्गापुर फीमेल टीचर को किडनैप कर लेती है और उसे अंदर एंटर करने की सारी जानकारी ले लेते हैं। 

तो फिर वो खुद फीमेल टीचर बनकर उनकी हवेली में एंटर कर जाती है। उसी टाइम कुमार के घर पर खाना आया हुआ होता है जो अपने डील के हिसाब से बच्ची को ले जाने के लिए आया था। दरअसल इससे पहले भी एजेंट को अपनी कैद में रखा था । और रॉक को लगा था कि भूषण ने रॉड से गद्दारी की थी। खान ये सब इसीलिए करता था ताकि वो इससे इंडिया और रॉस दोनों का नाम खराब कर सके और अब बख्शी के साथ भी वो यही सब दोहराना चाहता था। 

उधर जैसे ही दुर्गा अंदर इंटर करती है तो वहाँ का सिक्योरिटी चीफ उसे रोक लेता है क्योंकि कल जब वो फीमेल टीचर वहाँ आयी थी तो वो आज आने के लिए मना कर के गयी थी। तब दुर्गा उससे कहती है कि उसके भाई की तबियत अचानक से खराब हो गयी है। इसलिए वो यहाँ पर अपने पैसे लेने आई है। अब इस बारे में कुछ सिक्योरिटी को कॉल करके पूछता है क्या वो टीचर को अंदर भेज सकता है? और तब कबीर कुमार के फ़ोन को ऐड करके बॉस मॉड्यूलेशन की आप से बोल देता है की हाँ, वो उसे अंदर भेजते पर तब तक वहाँ पर रियल फीमेल टीचर कभी कैसे छूटकर आ जाती है और इस तरह दुर्गा का राज़ खुल जाता है तभी वहाँ पर कभी अपनी टीम के साथ आकर फायरिंग शुरू कर देता है। जिससे मैं उमर की बात मारिया के गोली लग जाती है और उमर को इसे लेकर वहाँ से निकलना पड़ता है। 

जहाँ रास्ते में ही मारिया दम तोड़ देती है और उसकी मौत हो जाती है। अब इसे उम्र को बहुत गुस्सा आता है और उधर दुर्गा सब को मारने के बाद बेसमेंट में बक्शी के पास पहुँच जाती है जहाँ पर वो उसे शूट करने वाली होती है तो वहाँ पर एक सिक्योरिटी वाला आकर दुर्गा को एकजुट कर देता है और तभी दुर्गा बम निकालकर ब्लास्ट कर देती है। और इंजर्ड हालत में वहाँ से निकल जाती है। अब मैक्सिम फ्लैशबैक में 1 साल पहले का दिखाया जाता है, जब दुर्गा ने बख्शी के साथ मिलकर उमर को पकड़ने का मिशन किया था, जिसमें वो फेल हो गई थी। 

उस मिशन से पहले उन दोनों ने हम तो उसको इस मिशन के बारे में बताया था और उन्हीं के कहने पर उन्होंने इस मिशन को अंजाम दिया था। अब हम दुर्गा को डॉक्टर मिर्जा के क्लिनिक में देख पाते हैं जहाँ पर मिर्जा दुर्गा की स्टिचिंग करता है। और दुर्गा उसके साथ किए गए धोखा के लिए माफी मांगती हैं। पर आज भी वो उससे ही प्यार करती थी और अब वो अपनी रियल आइडेंटिटी के बारे में मिर्ज़ा को बता देती। साथ ही वो प्रॉमिस करती है कि वो अब उसके साथ उम्रभर साथ रहेंगी। 

दूसरी तरफ को खान बताता है कि उसकी वाइफ की मौत के जिम्मेदार दुर्गा सिंह, जो कि एक रॉ एजेंट और इसलिये माँ दुर्गा का पता करके अपने लोगों को उसे मारने के लिए भेज देता, जहाँ पर दुर्गा के साथ उन लोगों की फाइट होती है। और दुर्गा उन्हें मारकर मिर्जा को लेकर वहाँ से निकल जाती है और उसे पता था कि वो मार के लोग उसे मारने के लिए दोबारा आएँगे। इसलिए वो मिर्ज़ा को खुद से दूर जाने के लिए कहती पर मिर्जा मरते दम तक उसका साथ छोड़ने के लिए मना कर देता है क्योंकि वो दुर्गा से बहुत प्यार जो करता था। 

इसलिए अब दुर्गा हम तो उसको कॉल करके मिर्जा के साथ इंडिया वापस आने की परमिशन मांगती है और हम तो मिर्ज़ा को साथ लाने के लिए एग्री नहीं होते और तभी वहाँ पर अपने लोगों के साथ आ जाता है और तब कभी उन पर अटैक करके दुर्गा को बचाने की कोशिश करता है। पर जब हमारे को पता चलता है की दुर्गा की कमजोरी मिर्जा है तो वह उसे अपने साथ ले जाता है जहाँ पर वो मिर्ज़ा को टॉर्चर करता है और उससे कहता है की वो दुर्गा को अपनी वाइफ मारिया की खबर पर ले जाकर ही मारेगा। तभी उसकी बाइक मारिया की आत्मा को शांति मिले गी और इसके लिए मिर्ज़ा के साथ एक वीडियो बनाकर दुर्गा को भेज देता है। 

जिसमें उसने दुर्गा के बदले मिर्जा को छोड़ने के लिए कहा था। उस वीडियो को देखने के बाद दुर्गा के माइंड में एक प्लैन आता है और वो इस प्लेन को कबीर के साथ शेयर करती और फिर खुद उम्र के लोगों के साथ चली जाती है जहाँ पर वो लोग दुर्गा की आँखों पर पट्टी बांधकर उसे उमर के हेड पर लेकर आते हैं और दूसरी तरफ कान के लोग कभी को पकड़ लेते हैं। जहाँ पर खान कबीर से कहता है कि वो उसे दुर्गा के बारे में बता दे तो वह उसे जाने देगा। 

तब कबीर उसे बताता है कि दुर्गा को हमारा अपने साथ के बाद मारिया की खबर पर लेकर जा रहा है और यह सुनकर खान अपनी टीम के साथ उमर को रास्ते में ही रोक लेता है और उसे दुर्गा को देने के लिए कहता है। खान दुर्गा का युद्ध रॉक के अगेन्स्ट करना चाहता था और हमारे ऐसा करने से मना कर देता है और तभी वहाँ पर कभी लाकर उम्र के एक आदमी को मार देता है। उमर को लगता है की गोलियां खान के लोगों ने चलाएंगे इसलिए अब उन दोनों के बीच शूटआउट स्टार्ट हो जाता है जिसमें उमर के हाथों खान की मौत हो जाती है। पर इसी बीच का भी दुर्गा और मिर्जा को वहाँ से निकालकर अपने साथ ले जाता है। 

जहाँ पर एक पुस्तक होता है कि दुर्गा ने बक्शी को उस दिन नहीं मारा था और दुर्गा ने जब वो मार की भेजी हुई वीडियो देखी थी, तब मिर्जा ने दुर्गा को कोर्ट लैंग्वेज में बता दिया था कि उसे अपनी बाइक मारिया की खबर पर ले जाकर मारने वाला है या कोई लैंग्वेज दुर्गा ने ही मिर्जा को सिखाई थी और दुर्गा ये भी जानती थी कि उमर के साथ ही उसकी जरूरत खान को भी है और इसीलिए उसने प्लान बनाकर कबीर को खान के पास भेजा था। 

और इन्फॉर्मेशन पास करने के लिए कहा था ताकि हम दोनों के बीच शूटआउट स्टार्ट हो जाए और उसका फायदा उठा सके और वो सब कुछ प्लैन के अकॉर्डिंग ही हुआ और यहाँ पर मिर्जा दुर्गा से दूर जाने लगता है क्योंकि उमर ने उसकी बॉडी पर बम बांध रखा था और जैसे ही दुर्गा उसे बचाने के लिए आगे बढ़ती है तभी बम ब्लास्ट होने से मर जा के उसकी आँखों के सामने ही मौत हो जाती है जिससे दुर्गा एकदम से टूट जाती है। 

अब इसके बाद कबीर तो उसको इंडिया से तरकी बुला लेता है जहाँ पर बोले होगी पुरानी बिल्डिंग में आकर मिलते हैं वहाँ पर हम तो उस बच्ची को जिंदा देखकर हो जाता है। तब बक्सी उसे एक रिकॉर्डिंग सुन होता है जो की हम तो उसकी होती है, जब उसने से बात की थी। यानी हम तो उसी के साथ मिला हुआ और उस दिन जब उमर शहजाद की पार्टी में आ रहा था तब हम तो उसने ही उसे वहाँ जाने के लिए मना कर दिया था और अब तक रॉकी जो भी इन्फॉर्मेशन लीक हुई थी, वो सब हम तो उसने ही की थी, गद्दारी बख्शी नहीं हम तो उस था और इस बारे में बक्शी को हक्कानी से पता चल गया था। 

उसकी इन्फॉर्मेशन के हिसाब से जीस हैंडलर का जॉर्डन में मिला था। उसी में ही हम तो उसके खिलाफ़ सारे सबूत थे। इतने दिनों से उम्र के लिए काम कर रहा था। अब दुर्गम तो उसका कन्फ्यूजन रिकॉर्ड करने के बाद उसे बक्शी के साथ इंडिया भेज देती और खुद को मारने के लिए उसके होती, जहाँ पर वो फाइनली फाइट करने के बाद उमर को जान से मार देती है। और इन सबकी वजह से उसने अपने हज्बंड मिर्जा को खो दिया था, जो की बिल्कुल ही मासूम था। उसका इन सब में कोई भी लेना देना नहीं था और फिर इसी के साथ इस मूवी की भी एंडिंग हो जाती है। 

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