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Sunday, 16 October 2022

doctor g movie 2022 || पूरी मूवी कि रियल स्टोरी हिंदी में || romance drama bollywood movie

doctor g movie 2022 || पूरी मूवी कि रियल स्टोरी हिंदी में || romance drama bollywood movie


About : 

मूवी को एमडी पर 5.3 आप 10 के आईएमडीबी रेटिंग मिली है, साथ ही 90% गूगल यूजर ने इसे पसंद भी किया। मूवी में हमें लीड रोल में आयुष्मान खुराना और रकुलप्रीत देखने को मिलने वाले हैं। मूवी की स्टोरी में एक लड़का खुद को बहुत सारी लड़कियों के बीच गाइनकोलॉजिस्ट डिपार्टमेंट में अकेला पाता है और फिर उसके साथ गाइनेकोलॉजिस्ट बनने के बाद क्या क्या होता है? ये सब आपको ईस मूवी में दिखाया गया है। साथ ही ये मूवी एक हिडन मैसेज भी सो करती है!

मूवी कि स्टोरी : 

मूवी के स्टार्टिंग में हम उदय और उसके बेस्ट फ्रेंड चड्डी को देखते हैं। जहाँ पर होते हैं अपनी गर्लफ्रेंड ऋचा के बारे में चड्डी को बता रहा होता है कि वह गर्लफ्रेंड तो उसकी है पर वो उसके साथ कंफर्टेबल महसूस नहीं करती थीं। कंफर्टेबल तो वो अपने फ्रेंड विकास के साथ ही महसूस करती थी और उदय को इस बात से प्रॉब्लम थी कि वो विकास के साथ घूमती है। उसके साथ पिक्चर देखती है, उसके साथ कंबाइन स्टडी भी करती हैं। यहाँ तक कि उसके कंधे पर। रखकर सो भी जाती है। 

सिर्फ फिजिकल होना ही बाकी रह गया। गर्लफ्रेंड तो वो उसकी हैं और मज़े विकास ले रहा है। तब चड्डी उसे समझाता है कि सारे काम तो वो उदय के साथ भी करता है तो क्या वह उसके साथ फिजिकल होने की सोचता है? पर फिर भी उदय को प्रॉब्लम थी की आज कल की लड़कियां बॉयफ्रेंड से ज्यादा तो फ्रेंड के साथ बीज़ी रहती है। बहुत फ्रेंड तो सिर्फ नाम के लिए उन्होंने बना रखे होते हैं। वरना असली मज़े तो उनके फ्रेंड ही ले रहे होते हैं। 

अब ने एक सीन में हम देख पाते हैं कि भोपाल मेडिकल कॉलेज में उदय को एक सीट मिल जाती है पर वो सीट उसे में मिल रही थी जबकि उदय का ड्रीम था की वो ओर्थो लॉजी में ऐडमिशन ले और वहाँ पर कोई भी सीट और तो मैं खाली नहीं थी और अदर सिटी में अपनी माँ को अकेले छोड़ कर जा नहीं सकता था। तभी उसे पता चलता है कि उसी कॉलेज में हाल ही में एक लड़की प्रियंका ने औरतों लिया है तो अगर वो चाहे तो उसके साथ अपनी सीट को एक्स्चेंज कर सकता था और इसीलिए उदय प्रियंका के पास आकर कहता है कि वो औरतों की सीट उसे देखकर खुद ही ले ले और जब प्रियंका गाय नहीं लेने का रीज़न उससे पूछती है तो उधर बोलता है की जो चीज़ उसके पास है ही नहीं। 

रोज़ का इलाज कैसे कर सकता है? इस रीज़न पर प्रियंका उससे मना कर के चली जाती है। इसी लिए मजबूर में उदय को गायनी ही लेना पड़ता है। यानी अब उसे स्त्री रोग और प्रसूति केंद्र में काम करना था। जहाँ पर मोस्टली कैसे चाइल्ड डिलिवरी के ही आने वाले थे। दूसरी तरफ हमें उदय की माँ दिखाई जाती है जो बहुत ही मस्ती की थी। और अपने बेटे उदय के साथ ऐसा फ्रेंड ही बात करती थी। साथ ही वो उस पर फनी कमेंट्स भी किया करती थीं। तभी उदय के पास ऋचा की कॉल आ जाती है और वो उससे मिलने के लिए बुलाती है। जब वो जब उससे जाकर मिलता है तो उसे बताती है की वो उससे ब्रेकअप करना चाहती है क्योंकि वो उसके साथ महसूस करती है। हर बात पर उसे रीज़न देना पड़ता है। वो कभी भी लड़कियों को समझता ही नहीं है। 

पर ब्रेकअप के बाद यहाँ पर हमारे भाई का इरादा ऋचा के साथ ब्रेकअप ***** करने का होता है। परिचय उसके अरमानों पर पानी फेरकर चली जाती है। अब अपने कजिन बंधन अशोक के पास आता है जो कि एक ओर तो लॉजिस्ट थे और उनकी तरह ही एक ओर तो लॉजिस्टिक बनना चाहता था, तब उसकी प्रॉब्लम सुनकर अशोक उसे समझाते हैं की वो अभी अपनी सीट रिज़र्व कर ले। उसके बाद वो 1 साल बाद फिर से औरतों के लिए अप्लाई कर दें। तब तक वो मेडिकल कॉलेज जाकर अपनी गायनी की प्रैक्टिस कंटिन्यू रखें। वहाँ पर उदय की मुलाकात अशोक अपनी गर्लफ्रेंड से कराता है। 

काव्या बिलो  18 इयर्स की थी। यार, पता नहीं कैसे गो अशोक की बातों में आकर उसकी गर्लफ्रेंड बन गयी थी वहाँ पर अपने गांव से आकर हॉस्टल में रहकर अपनी की तैयारी कर रही थीं। उन्हें अपने कजिन ब्रदर अशोक को आइडल।पिता और इसी वजह से आप उधर गायनी की स्टडी के लिए मेडिकल कॉलेज पहुँच जाता है। जहाँ पर जब वो डॉक्टर नंदिनी की क्लास में आता है तो वहाँ पर बहुत सारी लड़कियों के बीच में सिर्फ वो अकेला ही लड़का होता है। इसीलिए उदय को बहुत महसूस हो रहा होता है और उसके बाद उसकी कुछ सीनियर्स लड़कियां लेना शुरू कर देती। 

मतलब उसकी रैगिंग करने लगती है जिसमें एक लड़की फातिमा भी होती है जो बाकी लड़कियों के साथ मिलकर उदय को औरत के कपड़े पहना देती है और फिर उसे प्रेग्नेंट विमिन की डिलिवरी के टाइम वाले सीन को ऐक्ट करने के लिए कहती है। और बेचारे उदय को सिरीज़ की वजह से सब कुछ करना ही पड़ता है। वैसे तो राज्य गुंडों में फंसती है पर यहाँ पर तो बेचारा पप्पू रजिया सुल्तान के बीच में फंस गया था और जब इस बारे में उतरे अशोक को आकर बताता है तो अशोक उसे कल जाकर ऐसी लड़कियों को सबक सिखाने के लिए कहता है पर उधर कल का इंतजार नहीं करना चाहता था इसलिए वो तुरंत अपनी एक्स गर्लफ्रेंड रिचा को कॉल करके उसे सुनाने लगता है क्योंकि उसे लगता था की उसी की वजह से उसकी हालत हुई है। अब इसकी वजह से ऋचा का जैसे अमीषा के लिए रिश्ता टूट जाता है। 

नेक्स्ट हॉस्पिटल में डॉक्टर नंदिनी उधर से कुछ डिलिवरी सिम्पटम्स के बारे में पूछते हैं पर वो पता ही नहीं पाता है क्योंकि उसका इन सब में बिलकुल भी इंटरेस्ट नहीं था और इसकी वजह से वो अपनी सीनियर्स के बीच में फिर से मजाक बन जाता है। डॉक्टर नंदिनी इसकी वजह से उदय को कॉन्सन्ट्रेट करने के लिए कहती हैं, पर उनसे कहता है कि उसकी माँ बीमार है और उन्हें हर ट्रीटमेंट के लिए रिसिप्ट करना है इसलिए उसे कुछ दिनों की छुट्टी चाहिए। वो यहाँ पर अपने काम से बचने की कोशिश कर रहा था पर डॉक्टर नंदिनी उससे कह देती है की वो अपनी माँ को यहाँ पर ले आये। 

इस हॉस्पिटल में भी अच्छे हार्ट सर्जन हैं, इसीलिए उदय को छुट्टी भी नहीं मिल पाती है। उदय किसी भी तरह से इस गायनी डिपार्टमेंट से भागने की सोच रहा था। उधर उसका फ्रेंड चड्डी कई सालों से आईएस की प्री को निकालने के लिए अपने गांव से यहाँ पर रह रहा था, पर आज तक उससे प्रेम निकल ही नहीं पा रहा था। जब कभी हॉस्पिटल में उदय से फीमेल पार्ट्स को एग्जामिन करने के लिए कहा जाता था तो वो हमेशा उससे डर जाता था। 

उसे इस बात से बहुत शर्म आती थी पर कुछ देर बाद उसकी दोस्ती फातिमा से हो जाती है और वो दोनों एक साथ काफी अच्छा क्वालिटी टाइम स्पेंड करने लगते हैं। उधर घर पर उदय की माँ को पता चल जाता है कि उदय का उसकी गर्लफ्रेंड ऋचा से ब्रेकअप हो गया है। इसलिए वो उसे टेंडर जॉइन करने के लिए कहती हैं। अब उन्हें पता ही नहीं था। ये टिनडर पर किस तरह के लोग करते है? वो हमेशा खुद को मॉडर्न दिखाने के रास्ते खोजती रहती थी और एक उसका दोस्त चड्डी हमेशा साला चड्डी में ही पड़ा रहता था। ऐसा लगता था की डायरेक्ट मैं उसे कपड़े नहीं देख कर सारा बजे किसी ने बचा लिया नेक्स्ट फ्रेशर पार्टी में फातिमा हो जाये की मुलाकात अपने मंगेतर आरिफ से कराती है और उधर डॉक्टर नंदिनी उदयपुर बहुत कुछ सीखने की कोशिश करती हैं पर उन्हें वो सीरियसली नहीं दिख रहा था। 

इसी लिए वो उसे कहती अगर उसे ओर तो में इंटरेस्ट था तो उसे यहाँ पर आकर एक सीट खराब नहीं करनी चाहिए थी। इसलिए जब वो यहाँ पर आ ही गया है तो वो चाहती है कि वो अपना पूरा फोकस पर्दे वो उसकी वजह से अपने हॉस्पिटल, अपने बैच का नाम खराब नहीं करना चाहती है। यहाँ पर उधर डॉक्टर नंदिनी को बताता है कि ज्यादातर फीमेल पेंशन फीमेल डॉक्टर को ही प्रिफर करती है। मेल के साथ वो कंफर्टेबल महसूस नहीं कर पाती है। इस पर डॉक्टर नंदिनी कहती है ई मेल फीमेल क्या होता है? डॉक्टर डॉक्टर होता है वो उससे मेल टच को यूज़ करके डॉक्टर चलाने के लिए कहती है। 

दूसरी तरफ उदय की मैं अपनी सेल्फी लेकर फेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट कर रही होती और जब इस बारे में ऑब्जेक्शन उठाता है तो वो बोल देती है की अगर मोहल्ले वालों को पता चलेगा कि उधर महिलाओं के गुप्त में देखता है तो वो क्या सोचेंगे? नेक्स्ट हॉस्पिटल में उदय के पास एक आदमी पप्पू अपनी वाइफ को चेक अप के लिए लेकर आता है। तब उदय पप्पू की वाइफ को गारमेंट्स उतारकर लेटने के लिए कहा था और जब वो फर्स्ट टाइम हिम्मत करके उसके प्राइवेट पार्ट्स को एग्जामिन करने की कोशिश करता है 

तो वो चिल्लाने लगती है। क्योंकि एक मद का इस तरह से चेक करना एक औरत के लिए आसान नहीं था, चाहे फिर वो डॉक्टरी क्यों नहीं हो। अब उसके। लाने की वजह से पप्पू उदय को आकर मारने लगता है क्योंकि उसने उसकी वाइफ को छूने की जो कोशिश की थी तब डॉक्टर नंदिनी आकर उसमें शांत कराती हैं और गुस्से में बोलती है की बच्चा नीचे से ही पैदा होता है तो वो नीचे ही चेक करेंगे ना वो तो देखेंगे नहीं और उसके बाद वो उदय को बताती है कि रूल के अकॉर्डिंग किसी भी महिला को इग्ज़ैमिनेशन के लिए एक ई मेल नर्स का होना जरूरी है और ये बात उदय को पता नहीं थी। 

उसके बाद फातिमा उदयपुर करती है और उसे समझाती है की पहले उसे पेशेंट से बात करके उन्हें ईज़ी महसूस कराना होता है, जिससे वो उसके साथ कम्फर्टेबल हो सके। वो उसे समझाती है कि अगर उसने बचपन में लड़कों के साथ क्रिकेट खेलने के साथ ही लड़कियों के साथ बैडमिंटन खेला होता तो वो आज ऐसे अलग सा महसूस नहीं कर रहा होता। अब इसके बाद होते हैं और साथ में एक दूसरे के काफी करीब आ जाते हैं और हम दोनों के बीच एक खतरनाक वाली किस भी हो जाती है। 

वो कहते हैना कुछ इस मुच बारीक इस वैसा ही कुछ और इसके बाद उदय के दिल में एक बार फिर से प्यार की लालटेन जल उठती है और उसे लगता है कि अब वो फातिमा को अपनी लाइफ पार्टनर बना ही लेगा। पर ये इतना आसान भी नहीं था। इसलिए जब नेक्स्ट फातमा उदय से मिलती है तो उसे समझाती है कि उसकी इंगेजमेंट आरिफ के साथ हो चुकी है। इसलिए ये सब गलत है। बहुत टाइम भावनाओं में बह गई थी पर वो उससे अच्छा दोस्त मानती है। उससे प्यार नहीं करती। 

अब ये सुनकर उदय की फिर से सुलग जाती है और नेक्स्ट जैसे आकर मिलता है और फ़ातिमा ने आरिफ को किशोर उदय के बारे में सबकुछ बता दिया होता है। वहाँ पर आ रहे हैं जैसे कहता है की अगर हम दोनों के बीच में कुछ भी है तो वो उसे पहले ही बता सकते है। वो ये शादी नहीं करेगा। बरोदा उसे बोल देता है कि उन दोनों के बीच ऐसा कुछ भी नहीं है। वो तो उस दिन तेज हवा के चलने से वो किस हो गई थी वरना हम दोनों के बीच तरफ दोस्ती तभी उधर के पास सुनीता की कॉल आती है की वो हॉस्पिटल आ जाए। एक एमर्जेंसी केस आया हुआ है और जब वो जब वहाँ पर पहुंचता है 

तो एक औरत मीरा को बहुत तेज लेबर पेन हो रहा होता है और अचानक से वो इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि उदय को कोरिडोर में यूज़ की डिलीवरी करनी पड़ती है। उधर थोड़ा डरा हुआ भी था क्योंकि उसकी फर्स्ट डिलिवरी थी और उस टाइम हॉस्पिटल में कोई डॉक्टर भी नहीं था। पर होप्फुली उधर सक्सेसफुल इस डिलीवरी को कर देता है और उस बच्चे को देखकर उदय को बहुत खुशी मिलती है। अब इस सर्जरी को उसके सीनियर लड़कियां सेलिब्रेट कर रही होती है क्योंकि की फर्स्ट डेलिवरी थी और तभी वहाँ पर डॉक्टर नंदिनी आ जाती है और वो उदय पर। 

इस तरह कॉरिडोर में बिना किसी प्रोसीज़र के डिलिवरी करने की वजह से गुस्सा होती है। साथ ही वो होजा को बताती है। पप्पू ने उसके अगेंस्ट कंप्लेंट कर दी है, इसलिए टीम ने उसे बुलाया है। उसके बाद मेरा उद्देश्य को अपने बच्चे के पास ले कर आती है और उसके हाथ पर उस बच्चे का नाम दिखाती है जो कि उसने उदय रखा हुआ था क्योंकि उसका कहना था कि उनके यहाँ पर बच्चे का नाम भगवान के नाम पर रखा जाता है और उसके लिए तो वो ही भगवान है क्योंकि इससे पहले वो अपने दो बच्चों को डेलिवरी के टाइम खो चुकी थी। 

अब यह सुनकर उदय को खुद पर बहुत प्राउड महसूस होता है। और उसे खुशी भी होती है। उसके बाद बाकी टीम के साथ इन्क्वाइरी होती है जिसमे सारे सीनियर्स उदय को अच्छा बनाते है और इसकी वजह से उदय को क्लीन चिट मिल जाती है। नेक्स्ट एक और कपल उदय के पास आते हैं जिसके हस्बैंड की प्रॉब्लम थी की वो 116 बार निशाना साध चुका है पर अभी तक बच्चा नहीं कर पाया है। इस पर शॉकिंग के साथ उन्हें कहता है की इसमें वो कुछ भी नहीं कर सकता है। आप लगे रहें। 

अभी तो तीन निशाने तक पहुँच ही जायेगा पर वहाँ से जाते टाइम उस आदमी की उदय के लिए एक परिचय छोड़कर जाती है जिसमें लिखा हुआ था सही जगह पता ही नहीं है। ये हमेशा गलत जगह घुस जाते हैं तब होता है उस आदमी के पास आकर उसे समझाने की कोशिश करता है कि अगली बार वो अपनी वाइफ से पूछकर ही दरवाजा खटखटाए क्योंकि वो गलत दरवाजा कोनो कर देते है। 

उसके बाद उदय फातिमा को डेट पर लेकर जाता है जहाँ पर मैं उसे एक बुक देती है और उससे कहती है कि इसके फर्स्ट पेज पर कुछ लिखा है, वो उसे पढ़ जरूर लें तब होता है उसे बाद में पढ़ने के लिए बोल देता है और वहाँ से जाते टाइम फातिमा को प्रोपोज़ कर देता है। फातिमा उसे फिर से समझाती है की वो उससे प्यार नहीं कर सकती है, बस उसे अच्छा दोस्त मानती है। अब ये सुनकर उदय का दिल फिर से टूट जाता है और उसके बाद से वो अपने काम पर फोकस करने लगता है। 

अब उसे भी गायनी में इन्ट्रेस्ट आने लगा था। अब वो वीज़्ली डिलिवरी भी करने लगा था। नेक्स्ट ईयर अपने कजिन ब्रदर अशोक से मिलने जाता है जहाँ पर अशोक उसे बताता है कि उसकी जो गर्लफ्रेंड थी काव्य वो टू मंथ्स प्रेग्नेंट हो चुकी है इसलिए वो उसे अपने हॉस्पिटल में ले जाकर अबॉर्शन करा दे। क्योंकि अशोक की एक फैमिली थी तो वो अपनी रेप्युटेशन बचाने के लिए खुद उसे लेकर नहीं जा सकता था। ये सब उदय को अजीब तो लग रहा था मगर वो अशोक की बात को टाल नहीं सकता था। 

इसीलिए वो नैक्सट काव्या को उसके हॉस्टल से पिक करके हॉस्पिटल ले कर आता है और फ़ातिमा से उसे चेक करने को कहता है। अब जब फातमा है, उसे चेक करती है तो उसे पता चलता है की काव्या माइनर हैं इसलिए अगर उन्होंने उसका अबॉर्शन करने की कोशिश की तो उसकी ब्लीडिंग होने की वजह से जान भी जा सकती है। इसलिए वो इस मैटर के लिए डॉक्टर नन्द जी से बात करने के लिए कहती हैं और जब उधर डॉक्टर नरमी से बात करता है तो वो ऐसा करने के लिए मना कर देती क्योंकि ये सब उनके इसके अगेन्स्ट था तब इस बारे में हो जाए। 

अशोक से बात करता है तो अशोक खुद किसी प्राइवेट डॉक्टर का पता लगाने की घोलकर काव्य को उसके घर पर ले जाने के लिए भेज देता है और तभी उदय काव्या को अपने घर ले आता है जहाँ पर काव्या बहुत होती है। वो जैसे कहती है की उसे अशोक पर यकीन ही नहीं करना चाहिए था। जब इस टाइम पर उसे अशोक की जरूरत है तो वो उसे फुटबॉल की तरह इधर से उधर भागता फिर रहा है। अभी इसीलिए उधर काव्या को बहार घूमाने के लिए ले जाता है। 

ताकि उससे थोड़ा अच्छा महसूस हो सके और जब वो लोग वापस लौट कर आते हैं तो जैसे की मैं अपने एक फेसबुक फ्रेंड विरोध के साथ पार्टी कर रही होती। इस बात से उन पर बहुत गुस्सा होता है। तब उदय को बताती है कि उन्होंने उसके पिता की मौत के बाद दूसरी शादी नहीं की। अपने सारे अरमानों को दबाकर उसका अकेले पालन पोषण किया। अब वो अगर थोड़ा बहुत एन्जॉय कर भी लेती है तो उसे प्रॉब्लम क्यों है? इससे उद्योग को अपनी माँ के दर्द का एहसास होता है। और वो उन्हें माफ़ कर देता है। 

किसी भी चड्डी अपने गांव के लिए चला जाता है क्योंकि वो एक बार फिर नहीं निकल पाया था। तभी अशोक का फ़ोन उदय पर आता है और उसे काव्या को लेकर एक प्राइवेट क्लीनिक में आने को कहता है। तब उधर काव्या को इस क्लिनिक में छोड़कर वहाँ से अपने घर वापस आ जाता है पर घर आने के थोड़ी देर बाद काव्य के पास फ़ोन आता है तो यहाँ पर इन लोगों ने उसके वजन में कोई इंजेक्शन लगाया है जिसके बाद से उसे बहुत दर्द हो रहा है। और उसे ऐसा लग रहा है की वो मर जाएगी। 

अब यह सुनकर वह अपनी माँ को लेकर जल्दी से उसके लिंक पर जाता है और वहाँ से वो काव्या को लेकर अपने हॉस्पिटल आता है और काव्या को एमर्जेंसी वार्ड में ऐडमिट करा देता है क्योंकि उसके ब्लीडिंग होना शुरू हो चुकी थी और डॉक्टर नंदिनी ने कहा था कि अगर काव्या के ब्लीडिंग हुई तो उसे बचा पाना मुश्किल होगा। तभी वहाँ पर डॉक्टर नंदिनी भी आ जाती है और उनसे रिक्वेस्ट करता है की वो काव्य का ऑपरेशन करें। वरना वो मर जाएगी। इसी बीच महाकाव्य की माँ को कॉल करके जल्दी हॉस्पिटल आने को कहती है। 

वो उन्हें सारी बात बता चुकी होती है। तभी वहाँ पर अशोक भी आ जाता है और वो उदय पर गुस्सा करने लगता है की वो काव्य को वहाँ से क्यों लेकर आया। तब वह गुस्से में उससे कहता है की वो अपनी रेप्युटेशन की वजह से उसे मार देना चाहता था जबकि सारी गलती उसकी ही थी। तब तक वहाँ पर काव्या की माँ भी पहुँच चुकी होती है। और वो अशोक कुमार ने लगती है क्योंकि अशोक काव्या के डैड का फ्रेंड था और उन्होंने ही काव्यके लोकल गार्डियन के तौर पर अशोक को यहाँ पर अपॉइंट किया था और उसने तो यहाँ पर कुछ और ही कांड कर रखा था और डॉक्टर नंदिनी काव्या का ऑपरेशन सक्सेस फुल्ली कर कर उसे बचा लेती। पर क्योंकि ये माइनर लड़की का केस था तो इसमें पुलिस इन्वॉल्व हो जाती है और बसों को अरेस्ट करके ले जाती है। 

साथ ही उदय पर भी इन्क्वाइरी बैठाई जाती है, क्योंकि उसने बिना किसी प्रोसीज़र के काव्य का ऑपरेशन करवाया था। उसके बाद उदय फातिमा की दी गयी बुक का फर्स्ट पेज पड़ता है जिसपर उसने बताया के लिए लिखा था कि वो यहाँ जब आया था तब उसे गाय नहीं बिलकुल भी पसंद रही थी। पर अब उसके लिए गाय न ही बेस्ट ऑप्शन है। इससे आप मुझे भी समझ जाता है की वो आप इस डिपार्टमेंट को छोड़कर नहीं जाना चाहता है और दिन उसे रेस्टीगेट करने के लिए डॉक्टर नंदिनी से पूछते हैं। इस पर डॉक्टर नंदिनी उदय को रेस्टिकेट नहीं करके अपने ऑब्जर्वेशन में काम करने के लिए कहती हैं और अब उदय समझ चुका होता है। 

आई लव ऑर फ्रेन्डस अब दोनों अलग चीजें होती है इसलिए वो फातिमा के पास आता है और उससे कहता है की वो अपने फ्रेंड चड्डी से बहुत प्यार करता था पर अब वो जा चुका है तो क्या वो उसकी दूसरी चड्डी बनेगी? इससे खात्मा खुश हो जाती है और वो दोनों फिर से अच्छे दोस्त बन जाते हैं। फ्रेंड्स बेटर देन लव क्या ये बात सही है? और इसी के साथ इस मूवी की भी एंडिंग हो जाती है? मुझे सबसे बेस्ट सीन लगा जब वो औरत कहती है। मैंने सही जगह पता ही नहीं है, ये दूसरी जगह जाकर घुस जाते हैं 



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