godfather movie 2022 || पूरी फिल्म की रियल कहानी हिन्दी में || सलमान खान || बेस्ट पॉलिटिकल थ्रिलर मूवी || telugu - Moviegyaan | Movie reviews, News, Hollywood, Bollywood, Webseries.

Friday, 7 October 2022

godfather movie 2022 || पूरी फिल्म की रियल कहानी हिन्दी में || सलमान खान || बेस्ट पॉलिटिकल थ्रिलर मूवी || telugu

godfather movie 2022 || पूरी फिल्म की रियल कहानी हिन्दी में || सलमान खान || बेस्ट पॉलिटिकल



About :

सलमान ख़ान 
चिरंजीवी
नयनथरा
सत्यदेव कंचारामा
पूरी जगन्नाथ
तान्या रविचंद्रन
इंद्रजीत सुकुमारन
बीजू मेनन 

Director : मोहन राजा 

Budget : 100 crore around 

मूवी की स्टोरी :

दोस्त आज हम 2022 में आई पॉलिटिकल थ्रिलर मूवी गॉडफादर की कहानी बताने वाले हैं। इस मूवी को आइडी पर 6.2 आउट ऑफ 10 के आईएमडीबी रेटिंग मिली है। साथ ही 90% गूगल यूजर ने इसे पसंद भी किया है। 

मूवी में आपको चिरंजीवी, नयनतारा और सलमान खान देखने को मिलने वाले है । मूवी की स्टोरी में प्रजेंट सीएम की डेथ के बाद उनकी कुर्सी के लिए होने वाली राजनीति सियासत को दिखाया गया।   तो चलिए बिना किसी देरी के मूवीज़ शुरू करते हैं। मूवी की स्टार्टिंग में हमें फ्रांस में इंटरपोल का हेडक्वाटर दिखाया जाता है 

जहाँ पर एक ऑफिसर अपने पुराने ऑफिसर से फेमस अंडरवर्ल्ड माफिया अब्राहम कुरैशी के बारे में पूछता है क्योंकि कई सालों से इंटरपोल कुरैशी को पकड़ने की कोशिश कर रही थी। हर किसी ने भी कुरैशी को आज तक देखा भी नहीं था। अब ने एक सीन में हम एक इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट गोवर्धन को देखते हैं जो अपने चैनल पर लाइव आकर राज्य की राजनीति के बारे में क्वेश्चनिंग कर रहा होता है। 

उस टाइम पर राज्य के प्रजेंट सीएम पीकेआर की अचानक से हॉस्पिटल में मौत हो गई थी और उसी के लिए हॉस्पिटल के बाहर उनकी पार्टी के लोग हंगामा कर रहे थे। और उधर पूरी पार्टी में एक हलचल मची हुई थी की अब सीएम कौन बनेगा? अब नए सीएम बनने के कई लोग दावेदार थे, 

जिसमें से सबसे पहला नाम था होम मिनिस्टर नारायण वर्मा का, जिन्होंने सीएम पी के आर के साथ इतने सालो से मिलकर उन। बीजेपी पार्टी को सपोर्ट किया था और अब वो सीएम बनने के लिए हॉस्पिटल के बाहर हंगामा कर रहे थे। जिसके लिए वो टीवी न्यूज़ चैनल के ओनर रबी को इस न्यूज़ को कवर करने के लिए कहते हैं ताकि लोगों के बीच में उन्हें संपत्ति मिल सके। 

उसी बीच हम अपोजिशन लीडर नायडू को भी देख पाते हैं, जो लोगों के बीच अपनी लेने में जुटे हुए थे और यहाँ हमें ये भी पता चलता है। कि नायडू और बर्मा एक दूसरे के साथ मिले हुए थे और उसके बाद। वर्मा एसीपी रघु को कॉल करके हॉस्पिटल के बाहर अपने ही लोगों पर लाठीचार्ज करवाने का ऑर्डर दे देता है ताकि जीतने ज्यादा दंगे हो। उतना ज़्यादा इस मौके का वह फायदा उठा पाए। 

अब सीएम पद के दावेदार के रूप में एक और नाम सामने आता है और बहुत आरसीएमपी के हार की बड़ी बेटी सत्या के हस्बैंड सत्यदेव का जो किस पार्टी से कई सालों से जुड़ा हुआ था? और उसकी आड़ में वो अपने इल्लीगल काम भी किया करता था के रूप में सीएमपी केयर की बेटी सती। मैं खुद थी। 

हालांकि वो कभी भी अपने फादर के साथ पार्टी से नहीं जुड़ी थी पर हो सकता था की अब वो अपने फादर के गुज़रने के बाद इस पॉलिटिक्स में उतारा है। उसके बाद सीएमपी के अर्की में कई सारे लोग इकट्ठे होते हैं और सत्या बर्मा से कहती हैं कि यहाँ पर किसी भी हालत में ब्रह्मा नहीं आना चाहिए। ब्रह्मा के बारे में कहा जाता था। 

ये वो बहुत डेंजरस और मिस्टीरीअस पर्सन है। वो कुछ ही साल पहले के साथ जुड़ा था, उससे पहले वो दुबई में कुछ इल्लीगल काम किया करता था। वो क्या थे इसके बारे में वहाँ किसी को नहीं पता था पर यहाँ आने के बाद ब्रह्मा एक रन किया करता था और इसीलिए लोगों के दिलों में ब्रह्मा के लिए बहुत रेस तक तो प्यार था। 

मैं जब ब्रह्मा आता है तो एसीपी रघु उसकी कार को अंदर जाने से मना कर देता है और इसी ब्रह्म अपनी कार से उतरकर पैदल ही उस में पहुँच जाता है और सीएमपी के यार को श्रद्धांजलि अर्पित करता है। पर ब्रह्मा को वहाँ पर देखकर सत्य आपसे आउट हो जाती है क्योंकि वो ब्रह्मा से बहुत नफरत करती थी। उसका रीज़न हमें आगे पता चलेगा। 

अब यहाँ पर हमें दिखाया जाता है। ये ब्रह्मा कौन था? दरअसल कई साल पहले सीएम पीकेआर का ब्रह्मा की माँ के साथ एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर था और ब्रह्मा उनका ही बेटा था पर क्योंकि सत्य ब्रह्म से चिड्ती थी, इसीलिए सीएम पी के आर को अग्नि खुद सत्या ही देती। उसके बाद जयदेव वर्मा को लेकर मुंबई की एक सीक्रेट एरिया में आता है। वहाँ पर वो लोग एक गुंडे अब्दुल से मिलने आए थे। जो कि ड्रग्स का बिज़नेस किया करता था। 

दरअसल उन लोगों को नेक्स्ट इलेक्शन के लिए काफी ज्यादा फंड की जरूरत थी और उसके लिए ही वो वहाँ पर अब्दुल से एक डील करने के लिए आए थे। वहाँ पर अब्दुल जयदेव को बताता है कि उन्हें उनके राज्य में अपनी एक ड्रग्स की फैक्टरी डालनी है। अगर उनकी गवर्नमेंट इसके लिए अग्रि है तो वो उसे फंड देने के लिए रेडी है। वहाँ पर जयदेव की विडिओ कॉल पर अब्दुल की बॉस लुकस से भी बात होती है। 

लुकस एक बहुत बड़ा माफिया था। उनकी डील को मानने के लिए एग्री हो जाता है और अब को लगता है की वो वीज़्ली सीएम बन जाएगा और जयदेव को डेप्युटी सीएम बना देगा। पर वहाँ से वापस आते टाइम जयदीप वर्मा को बताता है कि उसने यह सब उसके लिए नहीं खुद के लिए किया है क्योंकि वो खुद सीएम बनना चाहता है। 

सीसीएम पीके के साथ इसीलिए जोड़ा था ताकि 1 दिन वो उस राज्य का सीएम बन सके और उसी ने ही सीएम को मारा था। यह बात सुनकर हो जाता है। साथ ही जयदेव ने अपने साथ कुछ एम एल, ए और मिनिस्टर्स को भी मिला लिया था और उन के ऐप से उसने को भी इस बात से एग्री कर आलिया की जयदेवी ने सीएम बनेगा। अभी ये सब जानने के बाद। 

माँ के पास जयदेव का साथ देने के अलावा दूसरा कोई ऑप्शन ही नहीं बचा था क्योंकि अगर वो जयदेव का साथ नहीं देता तो ना ही उसके पास होम मिनिस्टर का पद रहता और ना ही उसकी जान रहती। जयदेव हमेशा सत्ता के सामने बहुत अच्छा बनने का नाटक किया करता था, पर दूसरी तरफ जयदेव सत्ता की छोटी सिस्टर जाह्नवी को ड्रग्स ले कर देता था। 

उसमें जानवी को ड्रग्स की लत लगा दी थी और वह उसे फिज़िकली अब यूज़ भी करता था। उसके बाद वर्मा जयदेव को बताता है कि ब्रह्मा इस पार्टी का है। अब तक वो ही उनकी पार्टी को फंडिंग करता आया है और पार्टी में उसका नाम भी काफी है इसलिए उसके बिना उसका सीएम बनना मुश्किल है। और इसीलिए जय देव ब्रह्मा से बात करने के लिए उसे अपने पास जहाँ पर जयदीप ब्रह्मा से कहता है 

कि उसे अपोजिशन से कुछ एम लेंस खरीदने, जिसके लिए उसे फन्डिंग की जरूरत है, जो उनके पास अभी नहीं है। इसलिए उन्होंने बाहर से फंडिंग के लिए एक डील की है, जिसमें बोलो किस राज्य में ड्रग्स के प्रोडक्शन फैक्टरी लगाना चाहते हैं? ड्रग्स का नाम सुनकर ब्रह्मा उनका साथ देने के लिए मना कर देता है क्योंकि वो अपने राज्य में ड्रग्स के बिज़नेस को बढ़ावा देना नहीं चाहता था। 

और इसीलिए जय देवा वर्मा के सारे मेल्स और मिनिस्टर को खरीदने के लिए कहता है और इसके लिए वो पार्टी के 140 एम एल एस को इकट्ठा करके उनसे खुद को सीएम बनाने के प्रस्ताव पर साइन करने के लिए कहता है। उधर ब्रह्मा अपने ऑफिस में रहने वाली एक लड़की रेणुका की बच्चे का नामकरण करता है। वो अपने लोगों की बहुत हेल्प किया करता था। 

उसी बीच ब्रह्मा को पता चलता है। कि उसके राज्य में अब्दुल के लोग ड्रग्स की फैक्टरी स्टार्ट करने वाले हैं और उन्हें रोकने के लिए ब्रह्मा अपने एक आदमी को लेकर वहाँ पर पहुँच जाता है जहाँ पर उसके पीछे ब्रह्मा के साथ काम करने वाला एक आदमी को टीबी जाता है। दरअसल कोटि था तो ब्रह्मा के साथ पर वो काम जयदेव के लिए करता था। उधर, एम एल एस मीटिंग में जयदेव को पता चलता है 

कि उनमें से एक एम एल ए नरसिम्हा रेड्डी ब्रह्मा के साथ और वो उन्हें सपोर्ट नहीं करेगा। इसलिए उसे मारने की धमकी देता है। पर थोड़ी देर में उसके जैसे 140 एमएल और ब्रह्मा के साथ खड़े हो जाते हैं। अब 140 एमएल। इसके बिना जयदीप कभी भी सीएम नहीं बन सकता था। उधर ब्रह्मा उन सारे गुंडों की अच्छे से कुटाई करता है और फैक्टरी बंद करा देता है। और जब इस बारे में जयदेव को पता चलता है तो जयदेव एसीपी रघु कोर्स स्पॉट पर जाकर पर एसीपी रघु को वहाँ पर कुछ भी ऐसा नहीं मिलता है। 

उसके बाद नेक्स्ट ब्रह्मा एक पार्टी मीटिंग करने के लिए कहता है ताकि उस मीटिंग में वो पार्टी के प्रेसिडेंट का सेलेक्शन कर सके। हम इस बात से ज्यादे बहुत परेशान होता है और तब सत्या उसके पास आकर उसे भरोसा दिलाती है कि वो ब्रह्मा को कभी भी इस पार्टी का प्रेसिडेंट नहीं बनने देगी और उसके बाद हमें फ्लैशबैक में दिखाया जाता है की क्यों सत्य ब्रह्म से इतनी ज्यादा नफरत करती थी?

 दरअसल कई साल पहले ब्रह्मा की माँ की मौत के बाद सीएमपी के ब्रह्मा को अपने घर पर ले आए थे। जहाँ पर सत्ता की माँ ने उसे घर के अंदर जाने से मना कर दिया था और उसी हाथापाई में सत्या की माँ की गिरने से मौत हो गई थी और तभी से सत्य ब्रह्म से बहुत नफरत करने लगी थी। 

यहाँ तक कि उसने उसे अपने घर से निकाल भी दिया था पर अब दोबारा ब्रह्मा के आने से परेशान थी और इसीलिए वो पार्टी मीटिंग में ब्रह्मा को रोकने के लिए खुद प्रेसिडेंट बन जाती हैं और ब्रह्मा भी यही चाहता था। क्योंकि सत्य में उसे सीएम पीकेआर की छवि दिखती थी। दूसरी तरफ प्रेम का ब्रह्मा से कहती हैं 

कि वो अब यहाँ से कहीं दूर जाना चाहती है और इसीलिए उसकी जिद पर ब्रह्मा उसे कुछ पैसे देकर उसके बच्चे के साथ उसे जाने देता है, जहाँ रास्ते में कोटि उसे अपने साथ ले जाता है। दरअसल जयदेव कोटि के साथ मिलकर यूज़ करके ब्रह्मा को बदनाम करना चाहता था। और जो बच्चा के साथ था वो कोटी का ही था। 

वो दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे पर पैसों के लालच में कोटि रेणुका से ब्रह्मा को बदनाम करना चाहता था और इसके लिए रेणुका न्यूज़ चैनल पर आकर बोल देती है की उसके पास जो बच्चा है वो ब्रह्मा का है और वह ऑर्फनेज के नाम पर उस जैसी लड़कियों का यूज़ करता है। अब इस खबर के फैलने की वजह से एसीपी रघु ब्रह्मा को अरेस्ट कर लेता है। 

और उसे जेल हो जाती है जहाँ जेल में उससे मिलने जयदेव वो ब्रह्मा से उसका साथ देने के लिए कहता है पर ब्रह्मा उसे वहाँ से भगा देता है और उसके जाने के बाद ब्रह्मा के पास उसके एक खास आदमी मासूम भाई की कॉल आती है जहाँ पर ब्रह्मा मासूम भाई से कहता है कि सही टाइम आने पर उसे याद किया जाएगा। उसके बाद जय देव ब्रह्मा को जेल में मारने के लिए कुछ गुंडे भेजता है। 

जिनकी ब्रह्मा अच्छे से धुलाई करता है और उधर रेणुका अपने द्वारा किए गए पाप के लिए खुद को रही होती है। और अब वह कोटि से कहती हैं कि वो दोबारा न्यूज़ चैनल पर जाकर सबकुछ सच बता देगी। उसकी गलती की वजह से आज देवता जैसा आदमी जेल में है और यह बात सुनकर कोटि जयदेव को कॉल करता है और उससे कहता है कि वो उसके लिए पासपोर्ट टिकट्स का इंतजाम कर दे। 

ऊरेनका को यहाँ से कहीं दूर ले जाएगा। पर जयदेव कोठी से रेन कार उसके बच्चे को मारने के लिए कहता है पर कोटि ऐसा नहीं कर सकता था क्योंकि वो बच्चा उसी का जो था। उधर वर्मा नायडू से जाकर मिलता है और उसके कुछ एम एल एस को अपनी पार्टी में शामिल करने के लिए कहता है और जिसके लिए जयदेव को कुछ पैसों की जरूरत थी और उसी के लिए वो अब्दुल को पैसे और ड्रग्स भेजने के लिए कहता है। और रास्ते में ही मासूम भाई अब्दुल के कंटेनर्स को आग लगा देता है 

जिससे उसका पैसा और माल दोनों डिस्ट्रॉय हो जाते हैं। अब इसकी वजह से बर्मा काफी शौक में आ जाता है क्योंकि ब्रह्मा तो जेल में था फिर उसके कंटेनर को किसने डिस्ट्रॉय किया होगा? दूसरी तरफ जयदेव का एक आदमी को टी और रेणुका के पास आता है। वहाँ पर वो कोटि से कहता है की वो रेन का और उसके बच्चे को मारने के लिए यहाँ पर आया है। 

परकोटी ऐसा करने से उसे मना करता है तब वो आदमी कोटि की बात ब्रह्मा से कराता है क्योंकि वो ब्रह्मा का ही आदमी था, सिर्फ सात जयदेव के रहता था वहाँ पर ब्रह्मा कोठी से कहता है कि उसने जो भी किया है वह गलत किया है पर उसकी सजा वो रेन का को नहीं दे सकते हैं इसलिए वो यहाँ से रेणुका को लेकर कहीं दूर चला जाए। 

उधर ब्रह्मा जेल में गोवर्धन को बुलाता है। और उसके हाथ में एक फाइल देता है जिसमें सारे करप्ट मिल्स और मिनिस्टर्स के नाम थे। ब्रह्मा उन सब के काले कारनामों के बारे में पता करने के लिए गोबर धन से कहता है और गोबर धन की नजर में ब्राह्मी क्रिमिनल था जो दुबई में लीगल काम किया करता था। इस पर ब्रह्मा गोवर्धन को बताता है कि जब वह छोटा था तब उसे पता चला था।

के सी एम पी के अन्य राज्य में किसी भी गलत काम को नहीं होने दिया था, जिसकी वजह से कुछ कॉर्पोरेट कंपनीज़ ने उन्हें फन्डिंग देने से मना कर दिया था और तब पार्टी को बचाने के लिए ब्रह्मा को इल्लीगल कामों में उतरना पड़ा था और तब से ही वो सीएम पीकेआर की पार्टी को फंडिंग देता आ रहा है। 


अब यह सुनकर गोवर्धन ब्रह्मा की हेल्प करने के लिए एग्री हो जाता है। और उधर कोटि की आंखें भी खुल चुकी होती है। इसलिए वो रेन का के साथ राम के न्यूस चैनल पर आकर सबकुछ सच बता देता है और वो सच्चाई की बाहर आने से अब ब्रह्मा को जेल से रिहाई मिल जाती है। दूसरी तरफ सत्या को पता चलता है कि जाह्नवी अपने कॉलेज में अचानक से बेहोश हो गई थी इसलिए उसे हॉस्पिटल में अडमिट किया गया है। 

वहाँ पर डॉक्टर सत्या को बताती है। कि जाह्नवी कई मन से एक ड्रग ले रही है, जो एनएसजी की तरह बहुत डेंजरस है और उसी की वजह से उसकी आज ये हालत हुई है और जब इस बारे में सत्य जानवी से पूछती है तो वो बता देती है कितने मन से उसका ही हस्बैंड जयदेव उसे ड्रग्स दे रहा है? साथ ही उसने कई बार उसके साथ फिजिकल होने की भी कोशिश की है। 

अब यह सुनकर सत्ता एकदम से टूट जाती है। और जब शाम को जयदीप घर आता है तो सत्य उसे करके पूछती है कि उसने ऐसा क्यों किया? तब जयदेव उसे बता देता है कि अब तक वो अच्छा बनने का नाटक सीएम की कुर्सी के लिए कर रहा था और उसके फादर सीएम पी के आर को भी उसने ही मारा है। उसने उनके में जहर मिला दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। 

अब ये अपने भाई। अम्मा की याद आती है और वह उसे फ़ोन करके मिलने के लिए कहती हैं जहा पर वो ब्रह्मा को रोते हुए सारी बात बता देती हैं। साथ ही वो ब्रह्मा को बताती है कि यह सब होने के बाद उसके पास एसीपी रघु भी आया था। उसके पास जाह्नवी के खिलाफ़ सारे थे, जिससे नारकोटिक्स बाली उसे सजा दिला सकते थे और उसने सत्या के साथ फिजिकल होने के लिए भी कहा था। 

एक तरह से उसे ब्लैकमेल किया गया था। यह सुनकर ब्रह्मा को बहुत गुस्सा आती है और वो एसीपी रघु के पास जाकर उसे मार देता है और उसके बाद वो न्यूज़ चैनल ऑनर राम के पास आता है और उसे ईमानदारी से रिपोर्टिंग करने के लिए कहता है। साथ ही वो राम के स्तर पर जो भी खर्च होता है उसे भी पेमेंट कर देता है जो कि करोड़ों में था, ताकि वो बिना किसी टेंशन के पूरी ऑनेस्टी के साथ अपना काम कर सके। 

दूसरी तरफ ब्रह्मा का एक आदमी बर्मा को एक पेन ड्राइव देता है जैसे सारे एमएलए और मिनिस्टर्स के सामने बड़े पर्दे पर चलाया जाता है। जहाँ पर गोवर्धन को ब्रह्मा ने जो लिस्ट दी थी, उन सब के काले कारनामों के बारे में वो बता रहा होता है। अब इसे सारे एम एल एस और मिनिस्टर डर जाते हैं और ब्रह्मा का साथ देने के लिए एग्री हो जाते हैं, जिसमें वर्मा भी शामिल होता है। 

उधर, जयदेव अब्दुल के साथ मिलकर जानवी को उठा लेता है और सत्या को कॉल करके कहता है की वो सारे मेल्स के साथ मिलकर उसे सीएम बनाने को अनाउंस कर दे तो वह जानवी को छोड़ देगा। और जब इस बारे में ब्रह्मा को पता चलता है तो वह मासूम भाई के साथ मिलकर जानवी को बचाने के लिए पहुँच जाता है। वहाँ पर अब्दुल के साथ लुकस भी आया हुआ होता है। 

और जैसे ही लुकस ब्रह्मा को देखता है वो अपने हथियार गिरा देता है। यह देखकर ज्यादा बहुत शौक होकर पूछता है कि उसने अपने हथियार क्यों करा दिए? तब लुकस बताता है कि उसके सामने जो खड़ा है वह हम सब का बॉस गॉड फादर अब्राहम कुरैशी है। यानी अन्डरवर्ल्ड का सबसे बड़ा माफिया जैसे इंटरपोल इतने सालों से ढूंढ रही थी। यह जानकारी। 

तो फटकर चार हो जाती और वो अपना आखिरी दांव खेलने की कोशिश करता है। वो अपने आदमी से को मरवाने की कोशिश करता है, पर ब्रह्मा के लोग उसके आदमी को मारकर सत्या को बचा लेते हैं। अब इनके लास्ट जयदेव के पास कोई ऑप्शन नहीं बचता है और तब ब्रह्मा जयदेव को वो ही इनहेलर देता है 

जिससे उसने सीएम पी के आर को मारा था। उसमें जहर भरा हुआ था और उसे लेने के बाद जयदेव की मौत हो जाती है और ब्रह्म राज्य की नई सीएम सत्या को बनाकर खुद दुबई के लिए निकल जाता है क्योंकि उसकी नजर में सत्य से बेहतर सीएम और कोई हो ही नहीं सकता था और इसी के साथ इस मूवी का भी अंत हो जाता है!

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