kgf chapter 4 movie। || 2023 || पूरी फिल्म कि रियल कहनी हिन्दी मैं || बेस्ट ऐक्शन थ्रिलर मूवी || यश संजय दत्त - Moviegyaan | Movie reviews, News, Hollywood, Bollywood, Webseries.

Sunday, 9 October 2022

kgf chapter 4 movie। || 2023 || पूरी फिल्म कि रियल कहनी हिन्दी मैं || बेस्ट ऐक्शन थ्रिलर मूवी || यश संजय दत्त

kgf chapter 4 movie। || 2023 || पूरी फिल्म कि रियल कहनी हिन्दी मैं || बेस्ट ऐक्शन थ्रिलर मूवी || यश संजय दत्त


About : 

यश
श्रीनिधि शेट्टी
संजय दत्त
रवीना टंडन
अर्चना जोइस
सोनू
रामचंद्र राजू
अनंत नाग
परकाश राज 
सरन शक्ति
मालविका अविनाश
बी. एस अविनाश 

Director : प्रशांत नील 

मूवी की स्टोरी : 

केजीएफ चैप्टर 3 से हम सब ये जान चूके हैं कि रॉकी जिंदा है लेकिन रॉकी कहा है, यह कोई नहीं जानता। दुबई का इनायत खलील और केजीएफ के मजदूर केजीएफ के बाहर एक बहुत बड़ी भीड़ जमा करके रॉकी के आने का इंतजार कर रहे हैं। 

जबकि प्राइम मिनिस्टर अमिका सेन इंडियन आर्मी के साथ। केजीएफ के अंदर रॉकी का इंतजार कर रही है तभी एक हेलिकॉप्टर केजीएफ के अंदर आता है। उस हेलिकॉप्टर से सीआइ यूनाइटेड स् टेट्स का एक ऑफिसर उतरता है। 

वो ऑफिसर प्राइम मिनिस्टर रमिका सेन से कहता है कि रॉकी जिंदा है और रॉकी को सीआइए की कस्टडी में रखा हुआ है। फिर वो ऑफिसर प्राइम मिनिस्टर अमिका सेन से कहता है की क्योंकि इंडियन गवर्नमेंट के आगे सरेंडर करना चाहता है लेकिन रॉकी की एक शर्त है। 

रॉकी चाहता है की रमिका सेन के पर अपना कब्जा हटा लें और केजीएफ के मज़दूरों को केजीएफ में रहने दिया जाए। अगर रमिका सेन ऐसा कर देती है तो रॉकी खुद इंडियन गवर्नमेंट के आगे सरेंडर कर देगा। 

प्राइम मिनिस्टर अमिका सेन रॉकी की डील पर अगरी हो जाती है और केजीएफ से इंडियन आर्मी को वापस भेज देती है। इंडियन आर्मी के केजीएफ से जाते ही पांच और हेलिकॉप्टर केजीएफ में उतरते हैं। 

उन हेलिकॉप्टर्स में बहुत सारा गोल्ड होता है। ये वही गोल्ड है जो रॉकी ने उन तीन सालों में इन्डोनेशिया और दूसरी कंट्री से कलेक्ट किया था। अब दुनिया का लगभग सारा गोल्ड में पहुँच जाता है। 

इसके बाद रॉकी का हेलिकॉप्टर केजीएफ में उतरता है। रॉकी के में पहुंचते ही के मजदूर केजीएफ के अंदर दाखिल हो जाते हैं। रॉकी हेलिकॉप्टर से उतरकर सीधा अपनी माँ और रीना की खबर के पास जाता है। 

रॉकी केजीएफ के मज़दूरों से कहता है की मेरी माँ और मेरी पत्नी का ख्याल रखना। फिर रॉकी रमिका सेन से कहता है की मैं अब और जंग नहीं चाहता क्योंकि इस जंग की वजह से मैंने अपनी रानी को खो दिया है और फिर रॉकी सरेंडर करने को तैयार हो जाता है। 

सीबीआइ की टीम अभी रॉकी को गिरफ्तार करके केजीएफ से ले जाने ही वाली होती है। तभी दुबई का इनायत खलील जो अपनी आर्मी लेकर। पहले से ही केजीएफ की तरफ बढ़ रहा था। केजीएफ पहुँच जाता है इनायत खलील अपनी आर्मी को केजीएफ पर हमला करने के ऑर्डर्स दे देता है। 
इनायतखां लिए जान चुका है की रॉकी ने कासारागोड अपनी माँ की खबर के नीचे छुपाकर रखा हुआ है और रॉकी अब पूरी दुनिया का गोल्ड भी में लेकर। आ गया है इसलिए इनायत खलील वो सारा गोल्ड अब खुद पाना चाहता है। 

इनायत खलील के आदमी सीबीआई ऑफिसर्स को मार देते हैं और रॉकी पर भी फायरिंग करना शुरू कर देते हैं। तभी केजीएफ के मजदूर इनायत खलील के आदमियों पर हमला कर देते हैं। 
रॉकी भी खलील के आदमियों को मारना शुरू कर देता है। इनायत खलील के आदमी केजीएफ के मज़दूरों के हाथों मारे जाते हैं। 

रॉकी इनायत खलील को मार देता है। प्राइम मिनिस्टर अमिका सेन जिसकी जान रोकी और केजीएफ के मज़दूरों की वजह से बच जाती है अब वो रॉकी को गिरफ्तार करना नहीं चाहती। 

रमिका सेन ये समझ चुकी है कि रॉकी ने ये सब सिर्फ अपनी मृत्यु हुई माँ की ख्वाहिश को पूरा करने के लिए किया है और के मज़दूरों को। मैं इसलिए रखना चाहता है क्योंकि के के मजदूर ही केजीएफ की असली हकदार हैं। अब रमिका सेन कहती हैं कि रॉकी जिंदा है। 

इसके बारे में इंडिया में अब सिर्फ केजीएफ के मजदूर और वो खुद जानती है लेकिन रमिका सेन अपनी रिपोर्ट में रॉकी को डेड घोषित कर देती है। रॉकी हमेशा के लिए अंडरग्राउंड हो जाता है और रॉकी कहाँ है, ये सब सिर्फ प्राइम मिनिस्टर रमिका सेन जानती है। 

भले ही रॉकी अब केजीएफ में नहीं रहता लेकिन केजीएफ को आज भी रॉकी की केजीएफ भी कहा जाता है। आज केजीएफ एक टाउन बन गया है और केजीएफ के मजदूर केजीएफ टाउन में रहकर रॉकी की माँ और रीना की खबर का ख्याल रख रहे हैं। 

रॉकी दुनिया का। और केजीएफ का सारा गोल्ड केजीएफ के मज़दूरों के लिए छोड़कर चला गया। वो दुनिया के लिए विलेन बन कर रहा लेकिन केजीएफ के मज़दूरों के लिए एक मसीहा जो इस दुनिया में आया तो खाली हाथ था लेकिन उसने पूरी दुनिया पर ही राज़ नहीं किया बल्कि लोगों के दिलों पर भी राज़ किया तो हमारी आज की हमारी पूरी कहनी पढ़ने के लिए आपका ध्यानवाद !

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