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Saturday, 1 October 2022

pushpa 2 || पुरी फिल्म की रियल कहानी हिंदी मैं || अल्लू अर्जुन रश्मिका मंदाना प्रकाश राज telugu

पुष्पा 2 द रूल : 2023 || पुरी फिल्म की रियल कहानी हिंदी मैं || अल्लू अर्जुन रश्मिका मंदाना प्रकाश राज


पुष्पा 2 द रूल

About :  

अल्लू अर्जुन
रश्मिका मंदाना
प्रकाश राज
अल्लू अर्जुन,

मूवी की स्टोरी:

पार्ट वन के मूवी के एंड में पुष्पा द रूल पार्ट  2 का भी हिंट दे दिया है। पुष्पा पाट्टू में सबसे बड़ी जंग आइपीएस भंवरसिंह शेखावत और पुष्पाराज के बीच में दिखाई जाएगी। 


लेकिन सिंडिकेट ग्रुप में। पुष्पाराज के और भी कई दुश्मन हैं कोंडा रेड्डी, जक्का रेड्डी और जॉली रेड्डी सैन्डल्वुड तस्करी के इन तीनों भाइयों में से जकका रेड्डी और जॉली रेडी अभी भी जिंदा है। जॉली रेड्डीज इसको पुष्पाराज ने मार मार कर अपाहिज कर दिया था। अभी भी पुष्पा रात से बदला लेना चाहता है। 

इधर एम एल एन ए मंगलम सिरनू की जगह पर जब से पुष्पाराज को सिंडिकेट का लीडर बना दिया है, तब से मंगलम सिरनू भी पुष्पाराज को मारना चाहता है पुष्पाराज नी मंगलम श्रीणु के साले मोंगली इसको भी जान से मार दिया है इसलिए भी मंगलम चिन्नु पुष्पा रात से बदला लेना चाहता है। 


पुष्पराज श्रीवल्ली से शादी के बाद सोसाइटी में अपनी इज्जत और बढ़ाना चाहता है। इसलिए पुष्पराज अपनी शादी के बाद अपने सौतेले भाई से पुराने सारी बातें भूल कर एक फैमिली की तरह रहने के लिए कहता है। पुष्पाराज का सौतेला भाई पुष्पाराज को अपना भाई मानकर। 

अपने साथ घर में बुला लेता है। अब पुष्पराज अपनी फैमिली में एक रिस्पेक्टफुल लाइफ जीने लग जाता है। लेकिन आइपीएस भंवर सिंह शेखावत पुष्पाराज की कमजोरी को जान गया है। भंवर सिंह शेखावत जान चुका है 


कि पुष्पाराज सारी जिंदगी अपने नाम के पीछे सरनेम ना होने के कारण। बेइज्जत होता रहा है। लेकिन अब क्योंकि पुष्पराज को परिवार का सरनेम भी मिल गया है और एक फैमिली भी। इसलिए पुष्पराज किसी भी हालत में अपनी फैमिली को खोना नहीं चाहता। इसलिए भंवर सिंह शेखावत पहले पुष्पाराज के दुश्मनों जिसमें मंगलम सिरनू को अपने साथ मिला लेता है। 

आईपीएस भंवर सिंह शेखावत मंगलम श्रीणु से वादा करता है की वो उसको वापस लाल चंदन सिंडिकेट ग्रुप का लीडर बना देगा और बदले में मंगलम सिरनू आइपीएस भंवरसिंह शेखावत की मदद पुष्पराज को मारने में करेगा। इधर पुष्पाराज अपनी पावर को और ज्यादा बढ़ाने के लिए चेन्नई के मूड से लेकर। 


कलकत्ता के चटर्जी और मुंबई के सिंह से भी ऑर्डर वुड की डील ज़ करने लग गया था। मेले भी पुष्पाराज से काफी खुश था क्योंकि पुष्पाराज ने मेले को रेड सैन्डल्वुड से चार गुना ज्यादा प्रॉफिट करके दिया था। इधर जॉली रेड्डी भी अब ठीक हो गया था। जॉली रेड्डी का भाई जकका रेड्डी। वैसे तो पुष्पराज के साथ ही काम करता था, 

लेकिन अंदर से ही अंदर जग का रेडी भी अपने भाई की ही तरह पुष्पाराज को मारना चाहता है। 1 दिन जग्गारेड्डी पुष्पाराज के फ्रेंड के शव को कहता है की पुष्पाराज ने श्री वल्ली को मंदिर में पूजा करने के लिए बुलाया है और पुष्पाराज श्रीवल्ली को वहीं मंदिर में मिलेगा। 


पुष्पराज का फ्रेंड श्रीवल्ली को लेकर मंदिर में चला जाता है लेकिन वहाँ पुष्पराज नहीं होता। असल में ये प्लैन श्रीवल्ली को किडनैप करने के लिए जॉली रेड्डी ने अपने भाई जग्गारेड्डी के साथ मिलकर बनाया था। जॉली रेड्डी महा श्रीवल्ली का किडनैप करने की कोशिश करता है, 

लेकिन पुष्पराज का दोस्त के शेफ जॉली रेड्डी को। रोकने लगता है। तभी पीछे से जॉली रेड्डी का भाई जग्गारेड्डी के शव की पीठ पर एक खंजर मार देता है। केशव घायल होकर वहीं नीचे गिर जाता है और जॉली रेड्डी श्री वल्ली को किडनैप करके उसको ले जाता है। 


केशव घायल होता है लेकिन बच जाता है। अब जॉली पुष्पराज को उसी जगह बुलाता है। जीस जगह पुष्पाराज ने जॉली रेड्डी को। मार मार कर अपाहिज कर दिया था। अब जॉली रेड्डी मर्दों की तरह पुष्पाराज से फाइट करने को कहता है। इस बार जॉली रेड्डी पूरी तैयारी के साथ पुष्पराज से फाइट करने आया होता है। 

अब पुष्पराज और जॉली रेड्डी के बीच में जबरदस्त फाइट होती है। दोनों में से कोई भी हार नहीं मानता। श्रीवल्ली वहीं पर खड़ी सब कुछ देख रही होती है। तभी वहा एम एल ए आ जाता है। एम्एलए उन दोनों की फाइट को रोककर बताता है कि आइपीएस भंवरसिंह शेखावत ने मंगलम शीर्ण उसे हाथ मिला लिया है 


और वो हमारे सभी डीलर्स जैसे चेन्नई के मुरुगन कलकत्ता के चटर्जी के अड्डों पर छापे मारकर उनके माल को जब्त कर रहा है। एम्एलए बताता है कि अगर ऐसा हुआ। तो हम माल किसको बेचेंगे और हम कोड सैन्डल्वुड के बदले पैसे कौन देगा? इसलिए मेले पुष्पराज को कहता है कि वो पुरानी दुश्मनी भुलाकर आइपीएस भंवरसिंह शेखावत के बारे में सोचें। 

फिर पुष्पराज बोलता है की मेरे पास एक प्लान है। पुष्पराज कहता है कि मेरी किसी से भी जाति दुश्मनी नहीं है। मैं बस दुनिया पर। राज़ करना चाहता हूँ। इसलिए अगर चेन्नई का मुरूगन या कोई भी खरीदार रैन्ड सैन्डल्वुड नहीं खरीदेगा। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि मैं जानता हूँ कि ये सारा 

लाल चंदन चाइना से होता हुआ जपं जाता है। पुष्पाराज कहता है कि मैं अपने माल को डायरेक्ट जापान जाकर बेचूंगा। ये सुनकर एम एल ए और जॉली रेड्डी मैं हैरान हो जाती हैं। एम एल ए पुष्पाराज से कहता है कि ये इतना आसान नहीं है जब। पान तक माल लेकर जा। और वहाँ डीलर्स को माल बेचने में जान का खतरा है। 

लेकिन पुष्पाराज कहता है कि मैं झुकूंगा नहीं, अब स्टोरी में ट्विस्ट आता है। पुष्पाराज शिप के द्वारा अपने माल को लेकर डायरेक्ट जापान बेचने के लिए निकल पड़ता है। इधर, आइपीएस भंवर सिंह शेखावत को भी पुष्पाराज के इस प्लान के बारे में पता चल जाता है। आइपीएस भंवर सिंह शेखावत शिप लेकर अपनी पुलिस फोर्स के साथ पुष्पराज को समुद्र के रास्ते पकड़ने के लिए वहाँ पर आ जाता है। 


समुद्र के बीचों बीच दोनों तरफ से फायरिंग होनी शुरू हो जाती है। पुष्पाराज भंवर सिंह शेखावत को चकमा देकर वहाँ से जापान निकल जाता है। और भंवर सिंह शेखावत को खाली हाथ वापस लौटना पड़ता है। भंवर सिंह शेखावत अब पुष्पराज की फैमिली को कैद करके टॉर्चर करना शुरू कर देता है, क्योंकि भंवर सिंह शेखावत जानता है 


कि पुष्पाराज की अब सबसे बड़ी कमजोरी उसकी फैमिली है। जब पुष्पाराज को पता चलता है कि भंवरसिंह शेखावत ने उसकी फैमिली को कैद कर लिया है तो पुष्पराज इंडिया वापस आ जाता है। पुष्पराज को भंवर सिंह शेखावत एक खुफिया अड्डे पर बुलाता है 


जहाँ पुष्पराज की फैमिली को कैद किया होता है और वहाँ मंगलम सिर नु एम एल ए जकका, रेडी जॉली रेड्डी और दशा भी पहले ही मौजूद होते हैं। असल में पुष्पराज के जरिए एम एल ए रोड सैन्डल्वुड का इल्लीगल बिज़नेस दूसरे देशों से डायरेक्ट करना चाहता था। 

इसलिए मैं लेने पुष्पाराज का इस्तेमाल किया और जब पुष्पाराज ने जपं जाकर रेड सैन्डल्वुड की डीलिंग का रास्ता खोल दिया, अब एम एल ए मंगलम चिन्नु, भंवर सिंह शेखावत, जॉली रेड्डी और जकका रेड्डी के साथ मिलकर पुष्पाराज को मारने का प्लैन बना लिया, लेकिन पुष्पाराज उन सब से एक कदम आगे निकला। 


इसलिए पुष्पाराज ने जपं के डीलर से जाकर कहा कि इंडिया के कुछ डॉन्स उसको लाल चंदन को जपं में लाने से रोक रहे हैं। इसलिए जापान के माफिया डॉन पुष्पाराज के साथ इंडिया आ गए और पुष्पाराज ने उन जापान के गैंगस्टर की आर्मी की मदद से उन सब पर हमला कर दिया। 

अब चारों तरफ से फायरिंग होनी शुरू हो जाती है। पुष्पाराज का फ्रेंड के शव पुष्पाराज की फैमिली को वहाँ से बचाकर ले जाता है। अब पुष्पाराज और भंवरसिंह शेखावत का आमना सामना होता है। दोनों के बीच में जबरदस्त फाइट होती है, लेकिन भंवर सिंह शेखावत आखिरकार पुष्पाराज के हाथों मारा जाता है और एम्एलए, जॉली रेड्डी, जक्का, रेडी, दक्षा और मंगलम श्रीणु भी जैपनीज़ गैंगस्टर्स के हाथों। मारे जाते हैं। 


अब पुष्पराज जापान से डायरेक्ट लाल चंदन की हमेशा। के लिए करने लग जाता है और दुनिया का सबसे पॉवरफुल आदमी बन जाता है तो दोस्तों हमारी थ्योरी यहां पूरी होती है!

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