ssmb29 || 2023 || पूरी फिल्म की रियल कहनी हिन्दी मैं || महेश बाबु समयुक्थ मेनन आलिया भट्ट एस एस राजामौली
About :
महेश बाबु
समयुक्थ मेनन
आलिया भट्ट
Director : एस एस राजामौली
Budget : Around Rs 350 crore
Writer : विजयेंद्र प्रसाद
मूवी की स्टोरी :
तो दोस्तों, आज हम आपको एस एस एम बी 29 कहानी शुरू होती है इर 1980 में, जब अफ्रीका के एक जंगल में अफ्रीकन आर्मी सोल्जर्स कुछ ढूंढ रहे होते है। उनके आर्मी ऑफिसर के पास एक मैप होता है। उस मैप की मदद से आर्मी सोल्जर्स आगे बढ़ रहे होते हैं।
तभी उन आर्मी सोल्जर्स पर हमला हो जाता है। अभी आर्मी सोल्जर्स और उनका ऑफिसर ये समझ नहीं पाते हैं की उन पर हमला किसने किया है। तभी जंगल में चारों तरफ ब्लास्ट होने लग जाते हैं और वो सभी आर्मी सोल्जर्स मारे जाते हैं। उनका ऑफिसर भी।
घायल हो जाता है और बहुत डर जाता है क्योंकि उसको हमला करने वाला दिखाई नहीं देता। तभी सामने से ब्लास्ट के कारण जंगल में लगी आग के उड़ते धुएं से फ़िल्म का हीरो यानी महेश बाबू जिसका फ़िल्म में नाम प्रिंस है उस आर्मी ऑफिसर के सामने आ जाता है प्रिंस के हाथ में। गन होती हैं।
प्रिन्स उस आर्मी ऑफिसर के पास आता है और उसको कहता है की तुम से पहले और भी कुछ लालची आर्मी ऑफिसर्स यहाँ उसकी तलाश करने आए थे लेकिन जिंदा वापस नहीं गए और ना ही तो जा पाओगे। इतना कहकर प्रिन्स उस आर्मी ऑफिसर को शूट करके मार देता है।
अब फ़िल्म का। नेक्स्ट सीन इंडिया में इर 1983 में मध्यप्रदेश के एक जंगल का दिखाया जाता है, जहाँ कुछ इंडियन आर्मी सोल्जर्स जंगल के पास एक गांव के लोगों को मार रहे होते हैं और जंगल में किसी खुफिया जगह पर जाने का रास्ता पूछ रहे होते है। उन गांव वालों में।
एक बूढ़ा आदमी इंडियन आर्मी ऑफिसर से कहता है की इस जंगल की जीस जगह पर आप जाने के बारे में सोच रहे हो। अगर मैंने आपको उस जगह तक पहुंचने का रास्ता बता भी दिया तब भी वहाँ आप पहुँच नहीं पाओगे। तब वो इंडियन आर्मी ऑफिसर कहता है की इसका मतलब तुम उस रास्ते के बारे में।
तो जानते हों तब वो बूढ़ा आदमी कहता है की साहब इस गांव का हर बच्चा बच्चा उस रास्ते के बारे में जानता है लेकिन कोई भी आपको उस रास्ते के बारे में नहीं बताएगा। ये सुनकर वो आर्मी ऑफिसर गुस्से में आ जाता है और उस बूढ़े आदमी को शूट करके मारने ही वाला होता है। तभी वहाँ फिर से महेश बाबू यानी प्रिन्स। कहा जाता है
प्रिन्स उन आर्मी सोल्जर्स पर फायरिंग करके उनको मारने लग जाता है। आर्मी सोल्जर्स प्रिन्स की बहादुरी से डर जाते हैं और वहाँ से भागने की कोशिश करते हैं, लेकिन प्रिन्स उन सबको एक एक करके उस जंगल में ही मार देता है। आर्मी ऑफिसर भी प्रिन्स के हाथों जंगल में ही मारा जाता है।
गांव वाले प्रिन्स की वजह से बच जाते है। तभी उस गांव का एक 6 साल का बच्चा उस बूढ़े आदमी से पूछता है कि बाबा आप उस आर्मी ऑफिसर से कह रहे थे की हमारे गांव का बच्चा बच्चा जंगल में उस जगह है और उसके रास्ते के बारे में जानता है, लेकिन मैं कुछ भी नहीं जानता कि वो किस जगह और किस रास्ते के बारे में बात कर रहे थे और ये प्रिन्स कौन है जिसने हमें सबको बचाया है?
तब वो बूढ़ा आदमी कहता है की बेटा तुम पैदा होते ही अपनी माँ के गांव रहने लग गए थे इसलिए तुम इस सब के बारे में कुछ नहीं जानते। वो बूढ़ा आदमी उस 6 साल के बच्चे को बताता है की ये आर्मी सोल्जर्स असल में देश के गद्दार आर्मी सोल्जर्स हैं, जिनको एक जंग के बाद आर्मी से निकाल दिया गया था।
क्योंकि इन आर्मी? तो जज के ग्रुप को जंग के दौरान किसी कारण से यह पता चल गया था की हमारे देश भारत की एक बहुत ही पुरानी और बेशकीमती धरोहर दुनिया के अलग अलग जंगलों में छुपा कर सुरक्षित रखी गयी हुई है। तब से अलग अलग देशों की आर्मी के कुछ ग्रुप्स आर्मी छोड़कर उस धरोहर को पाना चाहते हैं, लेकिन वो।
लोग ये नहीं जानते कि हमारे देश की इस बेशकीमती धरोहर का रक्षक योद्धा प्रिन्स उनको कभी उस धरोहर तक पहुंचने नहीं देगा। प्रिंस सिर्फ हमारे देश की इस धरोहर का रक्षक ही नहीं बल्कि प्रिन्स उस धरोहर के इतिहास से भी जुड़ा हुआ है। प्रिंस ये भी पता लगा रहा है कि हमारे देश की इस बेशकीमती धरोहर को।
पुराने की साजिश में कौन कौन से देश मिले हुए हैं और उनका क्या प्लैन है? अब फ़िल्म का सीन अफ्रीका के एक आर्मी कैंप का होता है, जहाँ प्रिन्स आर्मी सोल्जर्स के साथ ट्रेनिंग ले रहा होता है। असल में प्रिंस अपनी पहचान छुपाकर एक सीक्रेट मिशन पर यहाँ आया होता है। ये आर्मी कैंप कोई ऑफिशयल आर्मी कैंप नहीं होता।
बल्कि यहाँ उन सोल्जर्स को ट्रेनिंग दी जा रही होती हैं, जिनको आर्मी से निकाला गया होता है। इस कैंप में किसी एक कंट्री के सोल्जर्स नहीं होते, बल्कि अलग अलग कन्ट्रीज के गद्दार आर्मी सोल्जर्स होते हैं। इनके प्लैन का पता लगाने के लिए ही प्रिन्स इस कैंप में शामिल होता है
लेकिन एक आर्मी ऑफिसर को प्रिन्स पर शक हो जाता है और वो लोग प्रिन्स की असलियत पहचान लेते हैं और उसको कैद करके मारने ही वाले होते हैं। तभी फ़िल्म में एंट्री होती है फ़िल्म की एक्ट्रेस कनिका की जिसका फ़िल्म में रोल तमन्ना भाटिया प्ले कर रही हैं। तमन्ना अपनी गन से फायरिंग शुरू कर देती है और प्रिन्स और कनिका मिलकर दोनों उस आर्मी कैंप को बम ब्लास्ट में उड़ा देते हैं।
और दोनों वहाँ से भाग जाती है। कनिका प्रिन्स को बताती है कि मैं तुम्हें अच्छी तरह से जानती हूँ और जैसे तुम एक सीक्रेट मिशन पर हूँ वैसे ही मैं भी एक सीक्रेट मिशन पर हूँ और मेरा मकसद ऐसे गद्दार आर्मी सोल्जर्स के इरादों को चकनाचूर करना है जो मेरे देश की बेशकीमती विरासत को हमसे छीनना चाहते हैं।
फिर कनिका प्रिन्स से पूछती है लेकिन वो जंग कौन सी थी? और उस जंग में ऐसा क्या हुआ था की कई देशों के आर्मी सोल्जर्स ने अपने ही देश से गद्दारी कर ली और अपने अलग अलग ग्रुप्स बना लिए। फिर कनिका पूछती है और वो कौन सा खजाना है जिसको ये लोग पाना चाहते हैं और तुम ही क्यों इस खजाने की रक्षा कर रहे हो? फिर प्रिन्स बस इतना कहता है की उस जंग में मेरे पिता भी शामिल थे और अपने देश भारत की इस बेशकीमती धरोहर को बचाने के लिए उन्होंने अपनी जान दे दी थी।
तो दोस्तों असल में उस जंग में क्या हुआ था? और वो कौन सी धरोहर है, जिसकी वजह से पूरी दुनिया के आर्मी सोल्जर्स आर्मी छोड़कर उस को पाना चाहते हैं वह दोनो मिलकर उन आर्मी सॉल्जर्स के इरादो को चूर कर देते है ये सब करने के लिए इन दोनो को काफी लड़ाई लड़नी पड़ती है और वह अपने देश की शान को बचा लेते है और फ़िल्म की कहनी यहां खत्म हो जाती है !
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