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Saturday, 5 November 2022

phone bhoot movie || पूरी फिल्म कि रियल कहानी हिन्दी में || horror\comedy bollywood movie

phone bhoot movie   ||  पूरी फिल्म कि रियल कहानी हिन्दी में  || horror\comedy bollywood movie 



About : 

इस मूवी को एमडी पर 7.1 आउट ऑफ 10 की एक शानदार रेटिंग मिली है। साथ ही 90% गूगल यूजर ने इसे पसंद भी किया है। मूवी की स्टोरी में एक आत्मा दो लड़कों के साथ मिलकर बाकी आत्माओं को एक तांत्रिक से छुड़ाने के लिए प्लैन बनाती है। क्या वो अपने इस प्लान में सक्सेस हो पाती है? जानने के लिए? मूवी को लास्ट तक पढ़े ! 

मूवी कि स्टोरी : 

मूवी की स्टार्टिंग में हमें बताया जाता है की एक तांत्रिक अपनी काली शक्तियां से भूतकाल का आगमन करने में जुटा हुआ था और दूसरी तरफ हमें दो लड़के और मेजर के बारे में बताया जाता है। उन दोनों को ही बचपन से भूत बहुत पसंद थे। उन दोनों ने अपने पूरे घर को होली पे प्लेस बना रखा था। यहाँ पर चड्डी से लेकर टेंथ तक सब भूत परेत की ड्रोन से ही भरे पड़े थे। ये दोनों अपनी फैमिली से दूर यहाँ पर अलग अलग तरह के बिज़नेस को डेवलप करने में लगे रहते थे। पर हर बार इनका भूतिया बिज़नेस फेल हो जाता था और घर वाले इन दोनों के खर्चे के लिए पैसे दे देकर थक चूके थे। 

साथ ही इन दोनों के साथ दुष्कर्म एक ग्राहक का नाम का मॉस्टर भी रहता था। जैसे वो काली पहाड़ी के नीचे की जमीन से निकालकर लाए थे और उसे वो भगवान की तरह पूजते भी थे। जिससे वो 1 दिन अपनी पावर दिखाकर उनकी लाइफ में कुछ अच्छा कर पाएं। अब नेक्स्ट मेजर गुल्लू अमावस की रात को एक थीम पार्टी ऑर्गनाइज करते हैं, जिससे वो कुछ थोड़ा पैसे कमा सकते थे पर उनकी उस पार्टी में कोई भी गेस्ट नहीं आ रहा होता है। इसकी वजह से वो थोड़ा डिसअप्पोइंट हो जाती है और तब इलाका की आँखों की लाइट एकदम से बूझ जाती है। 

इसलिए वो दोनों से सही करने की कोशिश करने लगते हैं और तभी उन्हें बिजली के झटके लगना शुरू हो जाते हैं जिससे वो दोनों बेहोश हो जाते और जब उन्हें हो जाता है तो उनकी पार्टी में उन्हें बहुत सारे लोग दिखाई देते हैं जो भूतिया कॉस्टयूम पहने हुए थे। यह देखकर वो दोनों बहुत खुश होते है। तभी उन्हें वहाँ पर एक लड़की राग नहीं मिलती है जो कि असल में एक चुड़ैल होती है। पर ये बात गुल्लू और मेजर को नहीं पता थी। वो दोनों रागिनी के साथ डांस करते है और तभी वहाँ पर पुलिस आ जाती है और गुल्लू से पूछती है की वो लोग यहाँ पर क्या कर रही है? क्योंकि वो एक प्राइवेट प्रॉपर्टी थी। तो जब गुल्लू अपने चारों तरफ देखता है तो वहाँ पर कोई भी गैस नहीं होता। वो दोनों ही तरफ अकेले नाच रहे होते हैं। 

इसका मतलब वहाँ पर इससे पहले जीतने भी लोग थे। वो सब भूत थे और उस बिजली के झटके लगने के बाद से गुल्लू और मेजर को भूत दिखने लगे थे। यानी उन दोनों के पास ऐसी पॉवर्स आ गई थी जैसे वो मरे हुए लोगों को देख सकते थे। अब वहाँ से वापस आते टाइम। वो दोनों रास्ते में ड्रग्स की गोलियां ले लेते हैं, जिससे वो अपनी मस्ती में मस्त हो जाते हैं। जो अपनी कार को ऑटोपायलट मोड पर डाल देते हैं, जिसकी वजह से उनकी कार, एक चुड़ैल जिसका नाम चिकनी चुड़ैल होता है, उसे ठोक देती है और चिकनी चुड़ैल एक कंटेनर में जाकर गिर जाती है। उसका नाम ही सिर्फ चिकनी चुड़ैल था वरना चिकनी तो वो कहीं से भी नहीं थी। इस ऐक्सिडेंट के बाद गुल्लू और मेजर बाहर आकर चिकनी चुड़ैल को देखते हैं तो उसके पैर उल्टे होते हैं 

और उन्हें लगता है कि उनके ऐक्सिडेंट की वजह से उसके पैर उल्टे हो गए हैं क्योंकि उन्हें नहीं पता था। जिसका उन्होंने ऐक्सिडेंट किया है। चुड़ैल है इसलिए वो दोनों के पैरों को सीधा करने की कोशिश करने लगते हैं जिसकी पीड़ा में चिकनी चुड़ैल की आत्मा रोने लगती है और वो डर की वजह से मौका पाकर वहाँ से भाग जाती है क्योंकि वो लोग थे जो भूतों को भी चैन से जीने नहीं दे सकते थे। उसके बाद घर आने के बाद उनके साथ कुछ और ही पिक इंसिडेंट होना शुरू हो जाते हैं और जब वो बाहर आकर देखते हैं तो उन्हें वहाँ पर नहीं मिलती है। राजनीति खूबसूरती को देखकर वो दोनों उस पर चान्स मारना स्टार्ट कर देते। पर रागिनी बताती है 

कि वह एक चुड़ैल पर यह बात मेजर मानने को रेडी नहीं होता क्योंकि उसने इतनी खूबसूरत चुड़ैल के बारे में पहले कभी नहीं सुना था और इसीलिए रानी मेजर के अंदर एंटर करके उसके मिडल स्टंप को चोट पहुंचाने लगती है और तब उन दोनों की फटके चार हो जाती है। उसके बाद रागिनी उन्हें बताती है कि उसे पता है की वो दोनों भूतों से डरते नहीं है। पर उनके पास पैसे नहीं होने की वजह से वो परेशान रहते हैं। इसलिए वो उनके लिए एक बिज़नेस आइडिया लेकर आई है जिससे वो बहुत सारा पैसा कमा सकते हैं और वो बिज़नेस आइडिया था की रागिनी लोगों के अंदर एंटर करके उन्हें परेशान किया करेगी और उसके बाद वो दोनों 

भूत भगाने वाले बनकर आया करेंगे और उन लोगों के अंदर से रागिनी को निकालकर उनसे बहुत सारे पैसे ले लिया करेंगे और इसके लिए वो दोनों थोड़ा सोचने के बाद मना कर देते हैं क्योंकि वो लोगों के साथ फ्रॉड नहीं करना चाहते थे। और थोड़ी देर बाद उन्हें याद आता है कि उन्हें पैसों की बहुत जरूरत है और इसलिये उस आइडिया को रागिनी से चुराकर रागिनी के बिना ही कंप्लीट करने के बारे में सोचने लगते हैं और जब वो अपने पैरंट्स को इसके बारे में बताते हैं कि वो भूत भगाने बानी बनकर बहुत सारा पैसा कमाना चाहते हैं तो उनके पैरेन्ट्स उन पर बहुत गुस्सा होते हैं क्योंकि वो दोनों ही अपने पैरंट्स के सपने को पूरा नहीं कर के यहाँ पर भूतो वाले बिज़नेस आइडियाज़ को सक्सेस करने में लगे हुए थे। 

और इसके लिए उन्होंने अब तक ₹5,00,00,000 अपने पैरेंट से ले लिए थे और अब वो उन दोनों से कहते हैं कि उनके पास तीन महीने का टाइम है इस पैसे को वापस करने का और अगर वो ऐसा नहीं कर पाए तो उन्हें इस भूतिया पति को छोड़कर उनके हिसाब से काम करना पड़ेगा और इसके लिए और मेजर अगरी हो जाते हैं क्योंकि उन्हें लगा था कि वो अपने इस फैन से बहुत सारा पैसा कमा सकते हैं और इसीलिए अब गुल्लू अपनी एक ऐप डेवलप करता है, जिससे लोग उन्हें कॉल कर के भूत भगाने के लिए बुला सकते थे। और उन्होंने उसका नाम रखा था फोनबूथ। उसके बाद उनके पास जो फर्स्ट कॉल आती है तो वो बहुत खुश होते हैं और अपना कॉस्टयूम पहनकर रेडी हो जाते है। पर वो कॉल फुकरे गिरने की होती है और वो उनके फ़ोन बूथ का बहुत मजाक बनाते हैं 

और इस तरह उनके पास जीतू भैया, मुन्ना भैया जैसे कई सारे लोगों की कॉल आने लगती है जो उनके इस प्लैन को बुरी तरह से पोस्टमॉर्टम कर देते हैं और इतनी सारी फेक कॉल आने के बाद मेजर गुस्से में उस कौन को तोड़ने वाला होता है? और तभी उनके पास एक जेन्यूइन कॉल आ जाती है जहाँ पर एक छोटी बच्ची के अंदर भूत को निकालने के लिए उन्हें बुलाया जाता है और इसीलिए वो अपने फर्स्ट असाइनमेंट को पूरा करने के लिए फुल तैयारी के साथ वहाँ पर पहुँच जाते हैं। जहाँ पर रूम में जाने के बाद वो लड़कियों ने बुरी तरह से पिट दिया और डर की वजह से उन दोनों की हालत टाइट होने लगती है। 

उसके बाद वहाँ पर आ जाती है और तब वो आत्मा उस लड़की के शरीर से बाहर आकर अपनी स्टोरी बताती हैं। दरअसल उस आत्मा का नाम लावण्य था। और जब वो 1 दिन अपने घर आ रही थी तो उस बच्ची के फादर की कार से उसका एक्सीडेंट हो गया होता और उसके फादर लावण्या को हॉस्पिटल लेकर नहीं गए। उन्होंने उसे वहीं पर मरते हुए छोड़ दिया था और उसकी मौत के बाद उसकी फैमिली गरीबी में आ गई थी क्योंकि वो ही अपनी फैमिली के लिए कमाने वाली अकेली लड़की थी, जिसकी वजह से लावण्य की आत्मा बदला लेने के लिए बच्ची की बॉडी में आई थी। अब ये सुनने के बाद रागिनी उसे भरोसा दिलाती है। उस बच्ची के फादर से गुल्लू और मेजर को जो पैसे मिलेंगे, पैसों को उसकी फैमिली तक पहुंचा देगी, जिसके बाद वो गरीबी में नहीं जिएंगे और इससे उसकी आत्मा को भी मोक्ष मिल जायेगा। 

अब ये बात सुनकर लावण्य उस बच्ची की बॉडी को छोड़ कर चली जाती है और उस बच्ची के फादर से ₹10,00,000 लेकर लावण्या की फैमिली को जाकर दे देता है जिससे लावण्य बहुत खुश होती है और उसे मोक्ष मिल जाता है। अब इस तरह से राजनीतिक टीम बनकर गुंडु इंजन के साथ काम करने के लिए रेडी हो जाती है। पर जब मेजर इसमें उसका फायदा पहुंचता है तो वो कह देती है की उसे उनसे फेवर चाहिए, जिसके बारे में वो उन्हें सही टाइम आने पर बता देगी और इसके बाद वो सब अलग अलग जाकर लोगों के अंदर से भूत भागते रहते हैं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति करा देते हैं। 

इससे अब उनके फ़ोन बूथ का नाम हर जगह फेमस होने लगता है और भूतों में होड़ मची होती है। खुद को मुक्त कराने के लिए एक तरह से और मेजर उन लोगों और आत्माओं की मदद कर रहे थे और खुद के लिए पैसा भी बना पा रहे थे। पर इसी बीच दूसरी तरफ इस बारे में एक तांत्रिक आत्माराम को पता चल जाता है जो आत्मा को मोक्ष का लालच देकर अपने पास कैद कर लेता था। कमाता था। उसके पास एक छड़ी थी, जिसमें कई सारी शक्तियां होती और उसे वरदान मिला था। की वो नाही? उत्तर दिशा में मरेगा और ना ही दक्षिण दिशा में, ना ही उसे कोई आत्मा मार सकती है और ना ही कोई इंसान जिससे वो अपनी शक्तियां का गलत उपयोग करके अंधेरा फैलाने की कोशिश में लगा रहता था। 

उसके पास बहुत सारी आत्मा इकट्ठी रहती थी जो मोक्ष पाने की लालसा में उसके सारे बुरे काम करती थी। और वो खुद उन्हें मुक्ति नहीं देकर उनको मुक्ति के बहाने एक होटल में कैद कर देता था और इस तरह से उसने कई हजारों आत्मा को बोतल में कैद करके रखा हुआ था। अब नेक्स्ट आत्माराम के पास एक आदमी आता है जिसका नाम मैथ्यू होता है और वो पहले भी किसी समस्या के समाधान के लिए उनके पास आ चुका था और अब वो फिर से किसी आत्मा को कैद करने के लिए वहाँ पर आया था। उसके बाद सुनने के बाद आत्माराम मुझसे कहते है की उसकी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन 2 दिन बाद होगा। 

उनके 2 दिन बाद चंडीगढ़ है और उस दिन आत्मा। और उस दिन आत्माओं की संख्या बहुत कमजोर होती और तभी वो उन आत्माओं को अपने बस में कर सकते हैं। दरअसल मैथ्यू रागिनी की आत्मा को ही कैद करने के लिए वहाँ पर आया था। वो ऐसा क्यों चाहता था इसके बारे में तो हमें आगे ही पता चलेगा और इस बारे में रागिनी को भी पता चल जाता है। और वो डरते हुए गुल्लू और मेजर के पास आती है और उनसे कहती है की अब टाइम आ चुका है की वो लोग उसके फेवर को पूरा करे। वो बताती हैं कि कुछ टाइम पहले का राजकुमार दुष्यंत सिंह हॉर्स राइडिंग करते टाइम अपने हॉर्स से नीचे गिर गया था, 

जिसकी वजह से उसके पैर में चोट लग गयी थी और उसे सही करने के लिए रागिनी को बुलाया गया था क्योंकि वो एक फिजियोथेरेपिस्ट थी और दुष्यंत का इलाज करते हुए रागिनी उसके इतने करीब आ गयी। तुम दोनों के बीच प्यार हो गया और वो एक दूसरे से शादी करने ही थे, मगर एक ऐक्सिडेंट में रागिनी की मौत हो गई और उसके बाद से दुष्यंत बहुत डिप्रेशन में चला गया और अब रागिनी को पता चला था कि 2 दिन बाद दुश्मन सुसाइड करने वाला है और वो चाहती थी की वो दोनों दुष्यंत को सुसाइड अटेम्प्ट करने से रोके और इसके लिए मेजर रेडी नहीं होता है क्योंकि उसे रागिनी की स्टोरी में सच्चाई नहीं दिख रही थी। पर उसकी हेल्प करने के लिए रेडी हो जाता है। 

क्योंकि वो रागिनी को पसंद करने लगा था। वैसे तो मेजर भी उसे पसंद करता था और सिर्फ वासना की नजर से, क्योंकि उसे देखकर उसके मन में लव नहीं लस्ट आता था। दूसरी तरफ चिकनी जुड़े मोक्ष की लालसा में आत्माराम के पास पहुँच जाती है और आत्माराम उसे लिस्ट में डाल देता है और उसके बाद वो अपने चेलों। राहु और केतु को फ़ोन भूत की तरह एक आप अपने लिए भी बनाने के लिए कहता है, जिसके लिए वह दोनों किसी सॉफ्टवेयर को मारने के लिए पहुँच जाते और रास्ते में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की कार का ऐक्सिडेंट करके उसे अपने साथ ले आते। उधर और मेजर रागिनी के साथ दुष्यंत को बचाने के लिए निकल पड़ते हैं और उन दोनों को मारने के लिए चिकनी चुड़ैल को भेजता है। 

पर जैसे ही चिकनी चुड़ैल उन दोनों को देखती है, उसे अपनी पीड़ा याद आने लगती है और वो अपने उलटे पैरों से वहाँ से भागने लगती है और उसके पीछे रागनी भी जाती है जो उसके दर्द को समझती हैं और उसे मोक्ष देने का प्रॉमिस करती है। और उसे अपने साथ मिला लेती है। अब इसके बाद आत्माराम और मेजर को मारने के लिए को भेजता है, जिसकी चोटियो में सकती थी और वो अपनी चोटों से गुंडों और मेजर की हालत टाइट करने लगती है। पर तभी वहाँ पर रागिनी आ जाती है और उसकी हेल्प से मैं जरूर जॉइन की चोटी को काट देता है और इस तरह से वो रोते हुए आत्माराम के पास पहुँच जाती है और वहाँ पर जाकर बता देती है और मेजर की हेल्प एक चुड़ैल रागिनी कर रही है। 

और यह सुनकर आत्माराम हो जाते हैं और तब हमें पता चलता है कि प्रॉपर्टी के लालच में मैथ्यू ने दुष्यंत और रागिनी का ऐक्सिडेंट कराया था और उस अक्सीडेंट में सिर्फ रागिनी की मौत नहीं हुई थी। दुष्यंत की भी मौत हो गई थी और उसके बाद मैथ्यू ने आत्माराम की हेल्प से दुष्यंत की आत्मा को उसके पास में कैद करवा दिया और उसी को आजाद कराने के लिए रागिनी ने गुल्लू और मेजर से झूठ बोला था। पर अब रागिनी सारी सच्चाई उन्हें बता देती है। पर ये सब सुनने के बाद उन दोनों का दिल टूट जाता है और वो रागिनी का साथ देने से मना कर देते है और तभी आत्माराम अपनी शक्तिओं से रागिनी को अपने पास बुला लेता है 

और उसे कैद करके एक बोतल में बंद कर देता है। उधर, गुल्लू और मेजर को लगता है कि उन्हें रागिनी की हेल्प करनी चाहिए इसलिए वो दोनों अपनी पूरी तैयारी के साथ आत्माराम की हवेली में पहुँच जाते हैं। जहा पर वो लोग देखते हैं की रागिनी को आत्माराम ने में कैद करके रखा हुआ है और वहाँ पर हम दोनों को भी बहुत परेशान करता है। जिसके बाद उन्हें समझ नहीं आ रहा होता है की वो लोग रागिनी को कैसे बचा पाएंगे और तभी राखा वहाँ पर आ जाता है। जैसे गुल्लू और मेजर काली पहाड़ी से लेकर आये थे। वहाँ पर आकर आत्माराम के लोगों को मारना शुरू कर देता है और चारों तरफ तबाही मचा देता है और उसी बीच बुन्नू रागिनी को होटल से आजाद करा देता है 

और काफी देर होने के बाद तुम्हारा को घायल कर देता है और रागिनी को दुष्यंत की आत्मा को दिखाता है, जिसे उसने एक बोतल में कैद करके रखा हुआ था। वहाँ पर दुष्यंत को मारने की कोशिश करता है, पर मेजर दुष्यंत को बचा लेता है और गुल्लू आत्माराम की छड़ी को इसे चुरा लेता है और उसे चलाने की कोशिश करता है। पर वो चलती ही नहीं है क्योंकि आत्माराम को वरदान जो मिला हुआ था और इसीलिए वो उसके वरदान को तोड़ने के लिए अपनी दिशा को चेंज कर लेते हैं। और रागिनी के साथ मिलकर नहीं वो आत्मा रहते हैं और ना ही इंसान और उसके बाद वो इस तरह से वो छड़ी में अपनी शक्तिओं को डालकर आत्माराम को खत्म कर देते हैं। 

इस लड़ाई में कुछ अच्छी आत्माएं भी उनका साथ देती हैं जिन्हें उन लोगों ने पहले मोक्ष प्राप्ति कराई थी और इस तरह से आत्माराम के मरने के बाद रागिनी दुष्यंत को भी आजाद करा लेती है और उसके साथ मुक्ति को प्राप्त हो जाती है और उधर सारी आत्मा को भी आज़ाद करके उन्हें लक्ष्य की प्राप्ति करा देता है और इसी के साथ इस मूवी की भी एंडिंग हो जाती है। 

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